इस मुद्दे को लेकर उन्होंने मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, शिक्षा मंत्री भूपेन्द्रसिंह चुड़ास्मा, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी, अतिरिक्त मुख्य सचिव को पत्र भी लिखा है।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित शैक्षणिक व्यवस्था है।
कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है। लॉकडाउन (Lockdown) की घोषणा होने पर सबसे पहले ्सकूल-कॉलेज (school-college) बंद किए गए थे और सबसे बाद में स्कूल-कॉलेज ही खुलने वाले हैं। अभिभावक भी चिंतित हैं। जब तक कोरोना संक्रमण नहीं थमता तब तक स्कूल-कॉलेज नहीं खोलने चाहिए। राज्य में मार्च से शैक्षणिक कार्य बंद हैं। अक्टूबर-नवम्बर तक स्कूल खुलने की संभावना नहीं है। स्कूलों में इलेक्ट्रिक सिटी, प्रशासनिक खर्च, रखरखाव खर्च , अन्य खर्च नहीं हो रहे ऐसे में छात्रों की एक सत्र की फीस माफ करनी चाहिए।