कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बाद में पुलिसकर्मियों ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित चावड़ा, नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी, सह प्रभारी जितेन्द्र बघेल, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया, सिद्धार्थ पटेल, मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. मनीश दोशी, नेता ऋत्विज मकवाणा, राजेश गोहल, जशुपटेल समेत 200 से ज्यादा नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। इसमें महिला कार्यकर्ताओं ने भी शिरकत की।
विधायकों को रात से ही किया नजरकैद!
उधर, कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने गुरुवार रात को ही कांग्रेस विधायक ग्यासुद्दीन शेख, इमरान खेड़ावाला , हिम्मतसिंह पटेल को घरों में ही नजर कैद कर लिया। वहीं कई विधायकों को एमएलए क्वार्टर्स में भी नजर कैद कर लिया गया।
उधर, कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने गुरुवार रात को ही कांग्रेस विधायक ग्यासुद्दीन शेख, इमरान खेड़ावाला , हिम्मतसिंह पटेल को घरों में ही नजर कैद कर लिया। वहीं कई विधायकों को एमएलए क्वार्टर्स में भी नजर कैद कर लिया गया।
ट्रैक्टरों की निकाली हवा
कांग्रेस की दांडीयात्रा- किसान सत्याग्रह में शामिल होने वाले ट्रैक्टरों की हवा निकाली दी गई और कई किसानों को भी हिरासत में लिया गया। छावनी में तब्दील हुआ कांग्रेस मुख्यालय
पालडी स्थित कांग्रेस मुख्यालय छावनी में तब्दील हो गया। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि भाजपा सरकार ने पुलिस के दम पर कांग्रेस के विधायकों, नेताओं, पार्षदों और कार्यकर्ताओं से जोर-जबरदस्ती की और अत्याचार किया। कई पार्षद और कार्यकर्ता पुलिस झड़प में चोटिल हो गए, जिनका एसवीपी अस्पताल में उपचार कराना पड़ा।
कांग्रेस की दांडीयात्रा- किसान सत्याग्रह में शामिल होने वाले ट्रैक्टरों की हवा निकाली दी गई और कई किसानों को भी हिरासत में लिया गया। छावनी में तब्दील हुआ कांग्रेस मुख्यालय
पालडी स्थित कांग्रेस मुख्यालय छावनी में तब्दील हो गया। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि भाजपा सरकार ने पुलिस के दम पर कांग्रेस के विधायकों, नेताओं, पार्षदों और कार्यकर्ताओं से जोर-जबरदस्ती की और अत्याचार किया। कई पार्षद और कार्यकर्ता पुलिस झड़प में चोटिल हो गए, जिनका एसवीपी अस्पताल में उपचार कराना पड़ा।
सरकार ने कांग्रेस को नहीं गदी मंजूरी: चावड़ा
गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने कहा कि अंग्रेजों के जोर-जुल्म और अत्याचार शासन के खिलाफ गांधीजी ने नमक सत्याग्रह और दांडी यात्रा निकाली थी और देश-दुनिया के अन्याय के खिलाफ सामना करने का संदेश दिया था। कांग्रेस भी हर वर्ष दांडीयात्रा पर कार्यक्रम करती हैं, लेकिन इस बार मंजूरी नहीं दी गई। गुरुवार रात को ही ट्रैक्टरों के टायरों की हवा निकाली दी गई। विधायकों को धमकाया गया और नजर कैद कर लिया गया। हमने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को दखल देकर मंजूरी दिलाने के लिए पत्र भी लिखा था।
गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने कहा कि अंग्रेजों के जोर-जुल्म और अत्याचार शासन के खिलाफ गांधीजी ने नमक सत्याग्रह और दांडी यात्रा निकाली थी और देश-दुनिया के अन्याय के खिलाफ सामना करने का संदेश दिया था। कांग्रेस भी हर वर्ष दांडीयात्रा पर कार्यक्रम करती हैं, लेकिन इस बार मंजूरी नहीं दी गई। गुरुवार रात को ही ट्रैक्टरों के टायरों की हवा निकाली दी गई। विधायकों को धमकाया गया और नजर कैद कर लिया गया। हमने राज्यपाल आचार्य देवव्रत को दखल देकर मंजूरी दिलाने के लिए पत्र भी लिखा था।
आजादी की दूसरी लड़ाई लडनी होगी: धानाणी
नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी ने कहा कि सत्ता के अहंकार में सो रही सरकार को जगाने के लिए आजादी की दूसरी लड़ाई लडऩी होगी। अनीति, अधर्म, असत्य,अहंकार और आर्थिक शोषण, अत्याचार शासकों के खिलाफ एक बार फिर से सविनय कानून भंग के संकल्प से लडऩा होगा। गांधी विचारधारा के प्रचार-प्रसार के कार्यक्रम को मंजूरी नहीं देकर शासकों ने अपनी अलग मानसिकता का परिचय दिया है।
नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी ने कहा कि सत्ता के अहंकार में सो रही सरकार को जगाने के लिए आजादी की दूसरी लड़ाई लडऩी होगी। अनीति, अधर्म, असत्य,अहंकार और आर्थिक शोषण, अत्याचार शासकों के खिलाफ एक बार फिर से सविनय कानून भंग के संकल्प से लडऩा होगा। गांधी विचारधारा के प्रचार-प्रसार के कार्यक्रम को मंजूरी नहीं देकर शासकों ने अपनी अलग मानसिकता का परिचय दिया है।