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किसान की कर्ज माफी को लेकर कांग्रेस का धरना-प्रदर्शन

locationअहमदाबादPublished: Nov 21, 2018 10:09:04 pm

Submitted by:

Pushpendra Rajput

कर्ज माफी की आवाज बुलंद करने और पशुपालकों को न्याय दिलाने के मकसद

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किसान की कर्ज माफी को लेकर कांग्रेस का धरना-प्रदर्शन

अहमदाबाद. गुजरात कांग्रेस के बैनर तले गुरुवार को किसानों की कर्ज माफी और उनकी समस्याओं को लेकर राज्यभर में धरना-प्रदर्शन होगा। किसानों की मांगों को समर्थन देने, कर्ज माफी की आवाज बुलंद करने, भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीतियों को उजागर करने और पशुपालकों को न्याय दिलाने के मकसद यह धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष अमित चावड़ा ने यह जानकारी दी।
उन्होंने राज्य की भाजपा सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि गुजरात में किसानों की आत्महत्या के किस्से बढ़ रहे हैं। किसानों को पर्याप्त मात्रा में बिजली या पानी नहीं मिल रही है और ना ही कृषि पैदावार के पर्याप्त दाम मिल रहे। राज्य सरकार ने समर्थन मूल्य की घोषणा तो की है, लेकिन उस दाम से खरीदारी नहीं कर रही। ऐसे ही किसानों को फसल बीमाकी राशि नहीं मिलती। राज्य के ज्यादातर इलाकों में अकाल जैसे हालात हैं। किसानों की हालात बदहाल हो रही हैं। जहां महंगा पशुधाना और घासचारा है वहीं दूध के दामों में गिरावट से पशुपालकों की हालत भी खस्ता हो रही है।
राज्य में समर्थन मूल्य पर मूंगफली की खरीदारी में होने वाली दिक्कत और अनियमितताओं के बारे में उन्होंने कहा कि मूंगफली के समर्थन मूल्य पर खरीदारी में पिछले वर्ष बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ था। इस वर्ष मूंगफली खरीदारी में घोषणा के बाद भी कोई आयोजन नहीं किया। व्यवस्था नहीं है। बोरे सड़े गले हैं, जिससे किसानों को परेशानी हो रही है।
गुजरात के 43 फीसदी किसान कर्ज में डूबे!

अहमदाबाद. गुजरात के किसानों की औसतन आय सिर्फ 3573 रुपए है, जो हरियाणा और पंजाब के किसानों की औसतन आय से तीसरे भाग की है। गुजरात के करीब 43 फीसदी किसान कर्ज में डूबे हैं। आर्थिक बदहाली और फसल बर्बाद होने से पिछले 30 दिनों में 16 से ज्यादा किसान आत्महत्या कर चुके हैं। गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता मनीष दोशी ने यह दावा किया है।
उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार के किसानों के लिए बड़ी-बड़ी घोषणाएं और किसानों की आवक दोगुना करने के दावों की केन्द्रीय कृषि मंत्रालय की रिपोर्ट ने पोल खोल दी है , जिसमें लघु एवं मध्यम किसानों की स्थिति अत्यंत दयनीय और खस्ताहाल बताई गई है। विशेषतौर पर गुजरात, जहां किसानों की औसतन आवक 3573 रुपए है। गुजरात में 58.72 लाख ग्रामीण परिवारों में से 66.9 फीसदी लोग कृषि पर निर्भर हैं अर्थात् 39.31 लाख ग्रामीण परिवारों में से 16.74 लाख परिवार कर्ज में डूबे हैं। किसानों के हित में योजनाएं तो कई हैं, लेकिन योजनाओं का लाभ किसानों के बजाय भाजपा के बिचौलिए करोड़ों का घोटाला कर किसानों का हक और अधिकार छीन रहे हैं।
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