उधर चूड़ास्मा को सदन की कार्रवाई से तीन दिनों के लिए निलंबित किए जाने के प्रस्ताव का भी कांग्रेस विधायकों ने विरोध जताया। इन विधायकों ने यह आरोप लगाया कि कई विधायक तो अलग-अलग तरह के परिधान पहनकर सदन में आते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
उधर, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी और उप नेता शैलेष परमार ने भी अपना पक्ष रखा और कहा कि संविधान सभा में कहीं ड्रेसकोड का उल्लेख नहीं है। इसके बाद संसदीय कार्य राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने स्पीकर के साथ बहस करने को लेकर चूडास्मा के तीन दिनों के निलंबन का प्रस्ताव रखा लेकिन बाद में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के कहने पर सत्ता पक्ष की ओर से चूड़ास्मा के निलंबन का प्रस्ताव वापस लिए जाने के बाद मामला शांत हो गया।