हालांकि बारात को लेकर हंगामे के बाद गांव का माहौल तनावपूर्ण होने के कारण दलित समाज के परिवार आशंकित हैं। गांव में पुलिस टुकडिय़ों के कारण तनावपूर्ण शांति का माहौल व्याप्त है। उधर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस मामले की न्यायिक जांच का आश्वासन दिया।
दलित युवक के बारात को अटकाने को लेकर दलित समाज के परिजनों ने हिन्दू धर्म छोडक़र बौद्ध धर्म अपनाने की चेतावनी दी। इन परिजनों का कहना था कि उन्हें हिन्दू धर्म के होने के बावजूद मान-सम्मान नहीं दिया जाता, इसलिए वे अन्य धर्म को अपनाएंगे।
इससे पहले गत सप्ताह उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने मेहसाणा जिले की कडी तहसील के उस ल्होर गांव का दौरा किया था जहां दलित समाज के लोगों का गांव से बहिष्कार किया गया है। दलित समाज के लोगों का बारात निकालने को लेकर बहिष्कार किए जाने का मामला सामने आया था।