उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि राजकोट के अलावा मोरबी में 88.66 फीसदी, जिसमें हलवद में 100 फीसदी, टंकारा में 125 फीसदी , जामनगर में 125 फीसदी, देवभूमि द्वारका में 119 फीसदी बारिश हुई। जबकि जूनागढ़ में 114 फीसदी, गिर सोमनाथ में 85 फीसदी, जिसमें सूत्रापाडा में और वेरावल में 115 फीसदी, अमरेली में 96 फीसदी, जिसमें अमरेली में 106 फीसदी, बाबरा में 114 फीसदी, लीलीया में 109 फीसदी, राजुला में 115 फीसदी बारिश हुई। ऐसे कई जिले और तालुका हैं, जहां 100 फीसदी से ज्यादा बारिश हुई है। सौराष्ट्र के जिन जिलों में पैकेज की घोषणा नहीं की गई उनका सर्वे कराना चाहिए। वहीं मूंगफली, कपास, तिल, सब्जी जैसे फसलों को भारी बारिश सेे काफी नुकसान हुआ है। सौराष्ट्र के सभी जिलों में बिजली की किल्लत है। बिजली कटौती की जाती है। पर्याप्त बिजली नहीं मिलने से फसलों की सिंचाई में हो पाती।