इसके लिए टाटा ग्रुप की उच्चस्तरीय कमेटी ने प्रजेन्टेशन दिया, जिसमें वरिष्ठ अधिकारी एच.एन. श्रीनिवास, विधि सलाहकार उदय खरे और उनकी टीम शामिल थी। श्रम एवं रोजगार विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विपुल मित्रा ने टाटा ग्रुप को शीघ्र से शीघ्र यह संस्थान प्रारंभ करने का आग्रह किया है। टाटा ग्रुप ने संस्थान को लेकर एक्शन प्लान भी बनाया है और शीघ्र से शीघ्र इसके लिए कार्य प्रारंभ करने का विश्वास दिलाया है। गुजरात सरकार अहमदाबाद से 20 किलोमीटर दूर नास्मेद गांव में संस्थान करने के लिए प्रक्रिया प्रारंभ करेगी, जिसका उद्देश्य उच्च स्तरीय प्रशिक्षण देना है। इसके लिए गुजरात सरकार ने टाटा ग्रुप को 20 एकड जमीन आवंटित कर दी है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव विपुल मित्रा ने कहा कि भारतीय कौशल संस्थान का उद्देश्य तकनीक प्रशिक्षण और उच्च कौशलयुक्त तकनीकी कामगार तैयार करना है। इसके जरिए आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स, साइबर सिक्योरिटी, एडीटिव मैन्युफेक्चरिंग, सिस्टम इन्टीग्रेशन, क्लाउड आधारित एप्लीकेशन, सिम्युलेशन सोल्यूशन्स, इंडस्ट्रीयल रोबोट्स, बिग डाटा एनालिसीस, फैक्ट्री ऑटोमेशन, डिजिटल मैन्युफेक्चरिंग, स्मार्ट मिकेट्रोनिक्स, समेत क्षेत्रों में कुशल कर्मचारी उपलब्ध कराना है। इसके अलावा रक्षा, एयरो स्पेस, ऑयल और गैस संबंधित कारोबार भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान के समकक्ष प्रमुख संस्थान बनकर यह संस्थान उभरेगा। आगामी समय में औद्यगिक मांग को देखते हुए राज्य के युवाओं को बेहतर प्रशिक्षण देकर कौशल विकास की दिशा में यह बड़ा कदम है। यह संस्थान प्रारंभ होने के पांच वर्ष बाद 70 फीसदी प्लेसमेन्ट लक्ष्य के साथ कम से कम हजार विद्यार्थी स्नातक होंगे। अहमदाबाद के अलावा मुंबई और कानपुर में भी भारतीय कौशल संस्थान विकसित करने को मंजूरी दी गई है।