आरोपियों की पूछताछ और उनके कमरों से मिले फर्जी पहचान-पत्र, गुजरात गौण सेवा पसंदगी मंडल के नियुक्ति पत्र, लेटर के आधार पर सामने आया कि आरोपियों ने 80 युवाओं को गांधीनगर बुलाया हुआ था। गांधीनगर के अलग-अलग होटलों में उन्हें ठहराया था। उन्हें नियुक्ति पत्र देने के बाद ट्रेनिंग देने के नाम पर बुलाया गया था।
आरोपी डिप्टी कलक्टर, तहसीलदार, सीनियर एवं जूनियर क्लर्क, ग्रामसेवक एवं तलाटी जैसे पदों पर नियुक्ति के नाम पर ठगते थे। २६० युवाओं को लगाई चपत!
इन्फोसिटी थाने के पुलिस निरीक्षक पी पी वाघेला ने बताया कि आरोपियों की पूछताछ और अब तक की जांच में सामने आया कि आरोपी बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर ठगते थे। अब तक २६० युवाओं को चपत लगाई हो ऐसी बात सामने आई है। उनसे करीब ८०से ९० लाख रुपए ऐंठे हों ऐसा पता चला है।