गैर आरक्षित वर्गों की जातियों की सूची में नई जातियों का समावेश
-गैर आरक्षित वर्ग की जातियों की सूची में नई जातियां व पर्यायवाची शब्दों को शामिल किया गया
गैर आरक्षित वर्गों की जातियों की सूची में नई जातियों का समावेश
गांधीनगर. सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग की ओर से गैर आरक्षित वर्ग की जातियों को तय करने के उद्देश्य से गैर आरक्षित वर्ग की जातियों की सूची में नई जातियां व पर्यायवाची शब्दों को शामिल किया गया है।
इसके तहत परिशिष्ट-च में ए में गैर आरक्षित हिन्दू जातियों में पर्यायवाची शब्द/नई जातियां शामिल की गई है। इनमें राजपूत गरासिया, गरासिया, हिन्दू दरबार ( जो आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़े संवर्ग/अत्यंत पिछड़ा वर्ग में नहीं हों), भानुशाळी, भानुशाली, कच्छी भानुशाली, सिंधी भानुशाली, हालारी भानुशाळी, कंसारा, मोढ पटेल (जो आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़े संवर्ग/अत्यंत पिछड़ा वर्ग में नहीं हों), खमार व कंदोई, सुखडिया (जो आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़े संवर्ग/अत्यंत पिछड़ा वर्ग में नहीं हों) में शामिल हैं।
गैर आरक्षित मुस्लिम जातियों में पर्यायवाची शब्द/नई जातियां शामिल की गई हैं। इनमें मलेक (जो आर्थिक व सामाजिक रूप से पिछड़े संवर्ग/अत्यंत पिछड़ा वर्ग में नहीं हों), रंगरेज, लीलगर (मुस्लिम), नागोरी लुहार (मुस्लिम) शामिल हैं।
गत वर्ष 6 दिसम्बर के प्रस्ताव के परिशिष्ट-च व इस संशोधित प्रस्ताव से गुजरात की सभी गैर आरक्षित जातियों को शामिल करने का प्रयत्न किया गया है। इसके बावजूद यदि कोई कोई गैर आरक्षित जातियों का परिशिष्ट-च में शामिल करना रह गया हो तो वैसी परिस्थिति में बची रह गई जातियों को गैर आरक्षित वर्ग के लाभ प्राप्त करने में मुश्किल नहीं पड़े, इसके लिए ऐसी शेष जातियों का समावेश अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और सामाजिक व आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग/अन्य पिछड़े वर्गों में नहीं हो, तो ऐसी जाति के उम्मीदवारों / आवेदकों को गैर आरक्षित वर्ग में सक्षम सत्ताधिकारियों से प्रमाणित करा गैर आरक्षित वर्ग/जाति का प्रमाणपत्र देना होगा।
इसके अलावा गत वर्ष 6 दिसम्बर को प्रस्ताव के परिशिष्ट-ख में अनुसूचित जनजातियों की सूची संबंधित सभी जानकारी व तैयार संदर्भ के लिए दिया गया है। इस सूची में बावचा और बामचा शामिल हैं।
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