वीडियो कान्फे्रंस से रखी नजर : डॉ. शाह डॉ. विनेश शाह ने बताया कि दिवंगत स्वामी की पार्थिव देह को छह दिन तक एंबाल्टिंग प्रक्रिया के तहत रखा गया। देश-विदेश से अंतिम दर्शन के लिए आने वाले भक्तों के लिए यह प्रक्रिया की गई। पार्थिव देह खराब नहीं होने की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई थी, वे वीडियो कान्फ्रेंस के जरिए नजर रख रहे थे।
आसोज गांव में भी उमड़े भक्त दिवंगत स्वामी हरिप्रसाद स्वामी के जन्म स्थान आसोज गांव में मकान में बनाए गए स्मृति मंदिर के दर्शन करने को भी बड़ी संख्या में भक्त उमड़े। उनके कमरे व पूजा स्थान के दर्शन भी किए।