हाईकोर्ट की एकल पीठ और खंडपीठ ने मिलकर जुलाई महीने में विभिन्न मामलों में 7364 आदेश किए जबकि 50 में अंतिम फैसला सुनाया गया। गत महीना चुनौतीपू र्ण रहने के बावजूद हाईकोर्ट ने 20 दिनों तक सुनवाई की। के हितों की रक्षा की। गत महीने में कुल 5232 सिविल और आपराधिक मामले फाइल किए गए। इनमें से 354 सिविल और 405 आपराधिक मामलों में अंतरिम आवेदन दायर किया गया था। कुल फाइल किए गए मामलों में से 3481 रजिस्टर किए गए थे। 1515 सिविल केस फाइल किए गए थे। इनमें से 1174 दाखिल किए गए थे। इनमें ज्यादातर मामले प्रिवेन्शन ऑफ डिटेन्शन लॉ से जुड़े थे। 20 जनहित याचिकाएं भी दायर की गईं। उधर कुल 3054 आपराधिक मामले फाइल किए गए। इनमें से 592 नियमित जमानत, 261 अग्रिम जमानत, 326 अस्थायी जमानत व 11 याचिकाएं जमानत रद्द करने की थी।
जुलाई महीने में मामलों की ई-फाइलिंग की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि की गई।
हाईकोर्ट की ओर से तीन ई-मेल एड्रेस जारी किए गए। कुल 13 ई-मेल एड्रेस से भी वकील ई-फाइलिंग किया। हाईकोर्ट के समक्ष कुल 9408 मामले सुनवाई के लिए रखे गए थे। इनमें से 3715 सिविल और 5693 मामले आपराधिक थे। इन मामलों की सुनवाई के लिए एकल पीठ की 261 और खंडपीठ की 52 सीटिंग हुई। कुल 1007 मामले ऑनलाइन रूप से मेंशन की गई।
जुलाई महीने के दौरान 3128 मामलों का निपटारा किया गया। इनमें 566 मामलों को अलावा 2562 मुख्य मामले थे जिनमें 763 सिविल और 1799 आपराधिक मामले थे। इनमें 605 ऐसे मामले भी थे जिसे लॉकडाउन के पहले फाइल किए गए थे।