उन्होंने गुजरात संक्रमण (Gujarat pandemic) को लेकर राज्य सरकार के कार्यों की सूची देते कहा कि वॉक इन टेस्टिंग के लिए 5.3 लाख यात्रियों का टेस्टिंग (testing) किया गया। वहीं ट्रेन में दस हजार से ज्यादा टेस्टिंग किए गए। दस हजार कमर्शियल बिल्डिंग में टेस्टिंग किए गए। दीपावली शॉपिंग के दौरान दस हजार से ज्यादा सुपर स्प्रेडर का टेस्टिंग किया गया। वहीं रेपिड एन्टीजन टेस्ट की व्यवस्था फिलहाल सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, हेल्थ एवं वेलनेस सेन्टर,अर्बन हेल्थ सेन्टर एवं वॉक इन टेस्टिंग कियोस्क जैसे स्थलों पर उपलब्ध है।
कोविड सेन्टर में लगाए सीसीटीवी कोरोना संक्रमण रोकने को लेकर सुप्रीम कोर्ट और गुजरात हाईकोर्ट के निर्देशों का हमेशा राज्य सरकार ने पालन किया है। राज्य सरकार ने हर संभव सुविधाएं मुहैया कराई हैं। राज्य सरकार ने सभी अस्पतालों को मार्गदर्शन देने के लिए 11 विशेषज्ञों की टीम बनाई है। वहीं अस्पताल में भर्ती मरीजों के लिए अलग बैठक व्यवस्ता और हेल्प डेस्क बनाए गए हैं। वहीं कोविड सेन्टर में सीसीटीवी लगाए हैं। जिलास्तर पर आठ टीमें बनाई हैं और 45 सरकारी और 38 निजी लेबोरेटरी को मंजूरी दी गई है।
उन्होने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकने को लेकर सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखने और मास्क पहनने के निर्देश जारी किए हैं। जहां पर विवाह समारोह हों उस स्थल की क्षमता के पचास फीसदी या दो सौ लोगों की क्षमता में आयोजन और सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखने और मंच पर सोशल डिस्टेसिंग बनाए रखने के निर्देशों का पालन करना होगा। वहीं अंत्येष्टि के लिए पचास व्यक्तियों की सीमित क्षमता में रखी गई है।
राजकोट के कोविंड अस्पताल में आगजनी की घटना को लेकर उन्होने कहा कि यह घटना दु:खद है। घटना की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) गठित की गई है। अहमदाबाद के नवरंगपुरा के अस्पताल में आगजनी की घटना की जांच अवधि बढ़ाई गई है।