जिला महिला व बाल अधिकारी अवनीबेन दवे बताती हैं कि पिछले दो महीने से इस तरह का अभियान चलाया जा रहा है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सप्ताह को मनाने के तहत महिला शक्ति केन्द्र की ओर से नखत्राणा के निरोणा व मोटा अंगिया गांव के लोगों ने इस कार्यक्रम को सहर्ष स्वीकार किया है।
शुरुआती परेशानी लेकिन अब अन्य गांव के लोग बुला रहे पहले तो इस कार्य के लिए काफी शुरुआती दिक्कतों का सामना करना पड़ा। गांव के लोग इसके लिए तैयार नहीं थे, लेकिन धीरे-धीरे कार्यक्रम करते हुए गांव के लोग मानने लगे। अब तो इन गांवों के लोगों ने इसे सहर्ष स्वीकार कर लिया है। अब मस्का, कुनरिया व कुकमा गांव के लोग भी अब बेटियों के नाम पर नेम प्लेट लगाने को उत्सुक हो रहे हैं।
अवनीबेन दवे, जिला महिला व बाल अधिकारी