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गुजरात के 206 में से 20 बांधों में नहीं है एक फीसदी भी संग्रह

locationअहमदाबादPublished: May 22, 2022 09:39:48 pm

Submitted by:

Omprakash Sharma

उत्तर गुजरात के बांधों में सबसे कम 13 फीसदी ही बचा है पानी

Million Cubic Meter (MCM)

File photo

अहमदाबाद. Gujarat गुजरात में गर्मी के बीच Dams बांधों में लगातार पानी भी कम हो रहा है। प्रदेश के प्रमुख 206 बांधों में से 20 बांध तो ऐसे हैं जिनमें गत शुक्रवार तक क्षमता के मुकाबले एक फीसदी से भी कम पानी रह गया है। इनमें भी नौ सूखी हालत में हैं। रीजन के आधार पर देखा जाए तो उत्तर गुजरात की स्थिति फिलहाल सबसे खराब है। जहां 15 प्रमुख बांधों में क्षमता का 13 फीसदी ही पानी बचा है।
राज्यभर के प्रमुख (नर्मदा के अलावा) 206 बांधों में क्षमता के मुकाबले 41.3 फीसदी ही पानी बचा है। इन बांधों की कुल क्षमता 15784.40 Million Cubic Meter (MCM) मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) है। इसके मुकाबले फिलहाल इन बांधों में 6475.65 एमसीएम पानी शेष है। हालांकि दक्षिण गुजरात के 13 बांधों में अभी भी 52.06 फीसदी जल संग्रह बचा हुआ है। इन बांधों की कुल क्षमता 8624.78 एमसीएम है। जबकि 4489.84 एमसीएम पानी उपलब्ध है। सबसे खराब स्थिति उत्तर गुजरात की है जहां के 15 बांधों में महज 254.47 एमसीएम ही पानी उपलब्ध है। इन बांधों की कुल जलसंग्रह क्षमता 1929.29 एमसीएम है।
मध्यगुजरात के 17 बांधों में कुल 2347.37 एमसीएम की क्षमता है, इसके मुकाबले फिलहाल 914.31 एमसीएम पानी उपलब्ध है जो 38.95 फीसदी है। सबसे अधिक 141 बांधों वाले सौराष्ट्र रीजन में भी देखा जाए तो स्थिति अच्छी नहीं है। इन बांधों की कुल क्षमता 2550.69 एमसीएम है, इसकी तुलना में 765.99 एमसीएम पानी बचा है। यह 30.03 फीसदी है। जबकि कच्छ के 20 बांधों में क्षमता के मुकाबले 15.36 फीसदी पानी बचा है। इस रीजन के बांधों में जलसंग्रह की क्षमता 332.27 एमसीएम है और अब मात्र 51.04 एमसीएम पानी बचा है।
सरदारसरोवर में 51 फीसदी से अधिक जल संग्रह

राज्य के सबसे बड़े सरदार सरोवर (नर्मदा) बांध में क्षमता का 51.04 फीसदी जल संग्रह बचा है। 138.68 मीटर ऊंचाई वाला यह बांध 119.61 मीटर ऊंचाई के स्तर तक भरा है। बांध की कुल संग्रह क्षमता 9460 एमसीएम है, इसके मुकाबले फिलहाल 4862.29 एमसीएम पानी है।
नर्मदा समेत 20 बांधों में 50 फीसदी से अधिक संग्रह
प्रदेश के नर्मदा समेत 207 बांधों में से 20 बांधों में क्षमता के मुकाबले 50 फीसदी या उससे अधिक जल संग्रह शेष बचा हुआ है। इनमें नर्मदा बांध के अलावा राजकोट जिले के आजी-2 बांध, महिसागर का वाणकबोरी बांध, सुरेन्द्रनगर का धोलीधजा, कच्छ का कालाघोड़ा, गिरसोमनाथ का रावल, भरुच का धोली, नर्मदा जिले में करजण, जूनागढ़ में हासनपुर, राजकोट जिले में लालपरी, अमरेली में खोडियार, मोरबी में मच्छु-2, राजकोट में आजी-1, तापी में उकाई, अमरेली जिले में मंजीसर, जामनगर में विजारखी, भावनगर में रंघोला, पोरबंदर में फोदरनेस, जामनगर में पूना, राजकोट जिलेमें भादर-2 बांध हैं।
इन 20 बांधों में एक फीसदी से भी कम संग्रह

स्कीम नाम पानी
(फीसदी)
सारण बांध 00
सूरजवाड़ी 00
निम्बमनी 00
प्रेमपरा बांध 00
सैनी बांध 00
कालिया बांध 00
भीमदाद बांध 00
अमीपुर बांध 00
रूपावती बांध 0.01
राणा खीरासरा 0.01
साबूरी बांध 0.04
गढाकी बांध 0.05
मोरसाई बांध 0.10
वत्रु-1 बांध 0.12
सोनमती बांध 0.17
कानियाद बांध 0.26
सीपू बांध 0.44
सिंधानी बांध 0.45
कासवटी बांध 0.71
बंगावाड़ी बांध 0.87
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