Gujarat, Lockdown, Food grains, Free, CM Vijay Rupani
अहमदाबाद. कोरोना वायरस की विश्वव्यापी महामारी के चलते लॉकडाउन के हालात में गत तीन महीनों- अप्रेल, मई और जून- के दौरान कुल मिलाकर 3,338 करोड़ रुपए का 122 लाख क्विंटल अनाज गरीब, अंत्योदय व मध्यम वर्गीय परिवारों को नि:शुल्क वितरित किया गया। इसके तहत 3.23 करोड़ राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के दायरे में आने वाले लाभार्थी और 1.75 करोड़ मध्यम वर्गीय लोगों सहित 4 करोड़ 98 लाख लोगों को मुफ्त अनाज वितरित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन की स्थिति में व्यापार-धंधा, रोजगार और आर्थिक गतिविधियों के ठप पडऩे पर सभी को दो वक्त का पर्याप्त भोजन मुहैया कराने के लिए अप्रेल माह में मुफ्त अनाज वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित की थी।
राज्य सरकार ने लॉकडाउन घोषित होने के बाद 25 मार्च को निर्णय किया कि एनएफएसए के तहत अनाज प्राप्त करने वाले 66 लाख से अधिक लाभार्थी परिवारों और प्राथमिकता वाले परिवारों यानी पीएचएच राशन कार्ड धारक 3 लाख परिवारों सहित कुल 68.80 लाख परिवारों को अप्रेल महीने में गेहूं, चावल, दाल, चीनी और नमक का स्टॉक नि:शुल्क वितरित किया जाएगा ताकि उन परिवारों के घर पर पर्याप्त मात्रा में अनाज उपलब्ध रहे।
रूपाणी के 25 मार्च को निर्णय करने के बाद केवल 10 दिनों की अल्पावधि में ही अनाज वितरण का अधिकतर कार्य राज्य की 17 हजार उचित मूल्य की दुकानों से पूरा कर दिया गया।
कम समय में ही 12 लाख क्विंटल गेहूं, 5 लाख क्विंटल चावल, 90 हजार क्विंटल चीनी, 70 हजार क्विंटल चना दाल और 80 हजार क्विंटल नमक सहित कुल 19.40 लाख क्विंटल अनाज की खेप को जिला एवं तहसील मुख्यालयों सहित ग्रामीण स्तर तक वितरित करने की व्यवस्था की गई।
एनएफएसए के तहत लाभ प्राप्त करने वाले अंत्योदय और प्राथमिकता वाले 68 लाख परिवारों को राज्य सरकार ने 506 करोड़ रुपए बाजार मूल्य के गेहूं, चावल, दाल, चीनी और नमक मुफ्त वितरित कर जरूरतमंद परिवारों की मदद की गई। 61 लाख एपीएल-1 कार्ड धारकों यानी मध्यम वर्गीय परिवारों के 2.50 करोड़ लोगों को 13 अप्रैल से नि:शुल्क अनाज वितरण करने की घोषणा की गई थी।