स्पिरिट के तहत महेसाणा जिले में एक साल से इंडियन लॉ सोसायटी पूणे, स्नेहा सुसाइड प्रिवेंशन सेंटर चेन्नई, ट्रिम्बोस इंस्टीट्यूट नीदरलैंड और गुजरात इंस्टीट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ एंड हॉस्पिटल फॉर मेंटल हेल्थ अहमदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में पंचायत कार्याल में पेस्टिसाइड लॉकर बनाए गए, जहां पेस्टिसाइड रखा गया। जिससे महेसाणा जिले में आत्महत्या के लिए उपयोग में लिए जाने वाले कीटनाशक के प्रतिशत में छह से सात फीसदी की गिरावट देखी गई। क्योंकि किसानों को आसानी से पेस्टिसाइड नहीं मिला। इससे आत्महत्या की दर भी घटी। इसे देखते हुए आगामी वर्ष जनवरी २०२० से इस योजना को पूरे राज्य में लागू किया जाएगा।