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विधायकों के अच्छे दिन, सभी के सुर एक

locationअहमदाबादPublished: Sep 22, 2018 12:33:59 am

Submitted by:

Uday Kumar Patel

-जनता के प्रतिनिधियों ने वेतन वृद्धि को सराहा

Gujarat MLAs,  pay hike

विधायकों के अच्छे दिन, सभी के सुर एक

गांधीनगर. जनता के मतों से चुने जाने वाले राज्य के जन प्रतिनिधियों का वेतन बढ़ा दिया गया है। मानसून सत्र के दूसरे व अंतिम दिन विधानसभा की कार्यवाही में एजेन्डा पर नहीं होने के बावजूद बुधवार को इस संबंध में संशोधन विधेयक लाया गया। विभिन्न मुद्दों पर अलग-अलग राय रखने वाले इन विधायकों ने इस पर एकमत दिखाई।
संसदीय कार्य राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जाडेजा ने यह विधेयक पेश किया वहीं कांग्रेस के उपनेता शैलेष परमार व वरिष्ठ विधायक निरंजन पटेल ने इसे पूरा समर्थन दिया। इसके बाद सभी के समर्थन से इसे पारित कर दिया गया।
कांग्रेस के विधायक ग्यासुद्दीन शेख ने इस पर बताया कि पेट भरा रहेगा तो कोई गलत काम नहीं होगा। इसलिए वेतन बढऩा जरूरी है। सूरत के मजूरा गेट से युवा भाजपा विधायक हर्ष संघवी ने कहा कि वेतन वृद्धि को लेकर व्यवस्था बनानी चाहिए और यह वृद्धि एक व्यवस्था है। संघवी के मुताबिक विधायक के निजी सहायक का वेतन 3 हजार रुपए था लेकिन इस वेतन पर कोई भी काम करने को तैयार नहीं होता। यह अच्छा है कि अब इसे बढ़ाकर 20 हजार कर दिया गया है। वाघोडिया से भाजपा विधायक मधु श्रीवास्तव ने वेतन वृद्धि का स्वागत किया।
कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने वेतन वृद्धि का स्वागत करते हुए कहा कि कई विधायक ऐसे होते हैं जिनकी स्थिति खराब होती है। उन्हें जनता से संपर्क करने के लिए कई किलोमीटर जाना पड़ता है।
युवा दलित विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि अन्य विधायकों के साथ-साथ उनका भी वेतन बढ़ा है। वेतन वृद्धि के कारण खुशी है।
तब तक नहीं लेंगे लाभ: दूधात

कांग्रेस के युवा विधायक प्रताप दूधात ने कहा कि वे सदन में नहीं थे, जब यह विधेयक लाया गया। हालांकि उन्होंने वेतन वृद्धि का स्वागत किया है। साथ ही यह भी कहा कि जब तक किसानों को लेकर लाभ नहीं मिलेगा तब तक वेतन वृद्धि का लाभ नहीं लेंगे।
राजुला से विधायक अमरीश डेर ने वेतन वृद्धि का स्वागत किया। इन्होंने कहा कि वेतन का उपयोग स्वखर्च के लिए नहीं करते। इस वेतन वृद्धि से वे लोगों की मदद कर सकते हैं।
कांग्रेस के धोराजी से विधायक ललित वसोया ने कहा कि वेतन वृद्धि 2 लाख तक होनी चाहिए। वे अपने इलाके में गरीब मरीजों की ज्यादा मदद कर सकेंगे।
यह वेतन वृद्धि नहीं सम्मान

बायड से कांग्रेस विधायक धवल सिंह झाला ने भी वेतन वृद्धि का स्वागत किया है। हालांकि उन्होंने कहा कि यह वेतन नहीं बल्कि एक सम्मान है। अब तक उन्होंने अपना वेतन नहीं लिया है। बढ़ा हुआ वेतन भी वे लेंगे या नहीं, इस पर अभी कोई निर्णय नहीं लिया है। वेतन वृद्धि से विधायकों को जो मान मिलना चाहिए, वह अब मिलेगा। जब कोई विधायक जिला कलक्टर के पास जाता है तब उसे इज्जत नहीं मिलती क्योंकि विधायक का वेतन कलक्टर के वेतन से कम होता है। वेतन वृद्धि से विधायकों ृका स्तर नौकरशाह के जितना होगा।
कांग्रेस के विधायक वीरजी ठुमर ने कहा कि यह वेतन वृद्धि अन्य राज्यों के मुकाबले काफी कम है, इसके बावजूद वेतन वृद्धि का स्वागत है। यह वृद्धि बढ़ती महंगाई के हिसाब से है। हालांकि इसे प्रधान सचिव के वेतन जितना होना चाहिए। एक विधायक पौने तीन लाख लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। यह वृद्धि 13 वर्ष बाद हुई है।
चंद्रिका बारैया, सुखराम राठवा सहित कुछ कांग्रेसी विधायक और प्रदीप परमार सहित कुछ भाजपा विधायकों ने वेतन वृद्धि पर अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
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