गिरफ्तारी के समय भाकियू नेता युद्धवीर सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने जिस तरह जबरन गिरफ्तार किया है उससे पता चल जाता है कि भाजपा कानून का कितना पालन करती है। भाजपा राज में बोलने की आजादी नहीं है। कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने के बावजूद उन्हें बताया गया कि प्रेस वार्ता के लिए अनुमति नहीं थी। इससे साफ है कि भारतीय लोकतंत्र में कितनी अलोकतांत्रिक सरकार काम कर रही है। पुलिस ने युद्धवीर सिंह, देव देसाई, सुभाष चौधरी, धर्मेंद्र मलिक, रणजीत रणवाव, गजेंद्र सिंह झाला, राजू वलवाई, वसुदेव गोहिल, रमेश गील चौधरी, जे के पटेल को हिरासत में लिया। उधर, संयुक्त किसान मोर्चा ने भी गुजरात पुलिस के इस कृत्य की निंदा करते हुए कहा कि इस मामले मोर्चा की बैठक कर आगे की रणनीति तय की गई।