गुजरात के लंबे समुद्री तट (beach) और निर्यात पर रुपाणी ने कहा कि गुजरात का 1600 किमी लंबा समुद्र तट मध्य पूर्व सहित दुनिया भर के लिए समुद्री व्यापार का प्रवेश द्वार है। भारत का 40 फीसदी निर्यात गुजरात के बंदरगाहों से होता है। यही नहीं, हाल ही में नीति आयोग द्वारा जारी निर्यात तत्परता सूचकांक 2020 में भी गुजरात शीर्ष पर है।
नई औद्योगिक नीति से आसान होगा उत्पादन रूपाणी ने साफ कहा कि कोरोना संक्रमण के संकट काल में भी गुजरात ने अपनी विकास यात्रा को जारी रखा है। नई औद्योगिक नीति-2020 में कई ऐसे प्रावधान हैं जिससे विदेशी कंपनियों के लिए गुजरात आना और यहां प्लांट लगाकर उत्पादन करना पहले से कहीं अधिक आसान हो जाएगा। इतना ही नहीं, उद्योगों को 50 वर्ष की दीर्घ अवधि के लिए जमीन लीज पर देना और निजी उद्यमियों को अनुसंधान एवं विकास (आरएंडडी) सुविधा के लिए बढ़ावा देने जैसी अनेक नए प्रावधानों ने दुनियाभर के निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है।
नोडल ऑफिसर नियुक्त करेगी गुजरात सरकार उन्होंने राज्य सरकार अमरीकी कंपनियों को गुजरात के साथ साझेदारी करने की सुविधा देने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय से एक वरिष्ठ नोडल अधिकारी नियुक्त करने की भी घोषणा की। उन्होंने लाइफ साइंस, रक्षा क्षेत्र, पेट्रोकेमिकल, स्वच्छ ऊर्जा और लॉजिस्टिक जैसे क्षेत्रों में अमेरिका के साथ सहभागिता की गुजरात की उत्सुकता जताई।
यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के तीसरे वार्षिक नेतृत्व शिखर सम्मेलन में भारत के राज्यों में से एकमात्र गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को समिट के विशेष सार्वजनिक सत्र में संबोधन के लिए आमंत्रित किया गया था। वे गांधीनगर से विडियो कांफ्रेंस से जुड़े थे। इस फोरम में अमरीका के दिग्गज व्यावसायिक, उद्योगपति और प्रतिष्ठित लोगों सहित भारत के उद्योग, व्यापार एवं वाणिज्य क्षेत्र के दिग्गजों ने साथ मिलकर उद्योग-व्यापार और औद्योगिक इकाइयों की परस्पर साझेदारी के संबंध में समूह में चर्चा-परामर्श करते हैं।
मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, अतिरिक्त मुख्य सचिव एम.के. दास और औद्योगिक विस्तार ब्यूरो (इंडेक्स्ट-बी) की प्रबंध निदेशक नीलम रानी भी इस वर्चुअल वीडियो कॉन्फ्रेंस में जुड़े थे।
यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) के तीसरे वार्षिक नेतृत्व शिखर सम्मेलन में भारत के राज्यों में से एकमात्र गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को समिट के विशेष सार्वजनिक सत्र में संबोधन के लिए आमंत्रित किया गया था। वे गांधीनगर से विडियो कांफ्रेंस से जुड़े थे। इस फोरम में अमरीका के दिग्गज व्यावसायिक, उद्योगपति और प्रतिष्ठित लोगों सहित भारत के उद्योग, व्यापार एवं वाणिज्य क्षेत्र के दिग्गजों ने साथ मिलकर उद्योग-व्यापार और औद्योगिक इकाइयों की परस्पर साझेदारी के संबंध में समूह में चर्चा-परामर्श करते हैं।
मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, अतिरिक्त मुख्य सचिव एम.के. दास और औद्योगिक विस्तार ब्यूरो (इंडेक्स्ट-बी) की प्रबंध निदेशक नीलम रानी भी इस वर्चुअल वीडियो कॉन्फ्रेंस में जुड़े थे।