उन्होंने कहा कि देश और दुनिया में कहीं भी रहने वाले गुजराती ‘वतन प्रेम योजनाÓ के तहत गुजरात में अपने पसंदीदा गांव में, अपनी पसंद का कार्य, अपनी पसंद की एजेंसी के मार्फत अपने 60 फीसदी दान और शेष 40 फीसदी राज्य सरकार के अनुदान के जरिए करवा सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में कमरों के निर्माण कार्य को इस योजना के अंतर्गत प्राथमिकता देने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कमरों के निर्माण की जरूरत वाले ऐसे स्कूलों में दानदाताओं के दान और सरकार के अनुदान से कमरे तैयार करने को लेकर मार्गदर्शन दिया।
वेब पोर्टल पर मिलेगी गांव और स्कूलों की जानकारी
रूपाणी ने इस योजना के वेब पोर्टल पर ऐसे सभी गांव जहां स्कूलों में कमरों की जरूरत है, उसकी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए शिक्षा विभाग के साथ समन्वय करने के भी निर्देश दिए। इस योजना के अंतर्गत जिन कार्यों का समावेश किया गया है उसमें स्कूल के कमरे या स्मार्ट क्लास, सामुदायिक भवन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, आंगनवाड़ी, मध्याह्न भोजन का रसोई घर, स्टोर रूम, पुस्तकालय, खेलों के लिए व्यायामशाला का भवन और उपकरण, सीसीटीवी कैमरा सर्विलांस सिस्टम, श्मशान गृह, वाटर रिसाइक्लिंग व्यवस्था, गटर, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी), तालाब सौंदर्यीकरण, बस स्टैंड, सौर ऊर्जा संचालित स्ट्रीट लाइट और ट्यूबवेल और कुएं की मोटर कार्य शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में कमरों के निर्माण कार्य को इस योजना के अंतर्गत प्राथमिकता देने का सुझाव भी दिया। उन्होंने कमरों के निर्माण की जरूरत वाले ऐसे स्कूलों में दानदाताओं के दान और सरकार के अनुदान से कमरे तैयार करने को लेकर मार्गदर्शन दिया।
वेब पोर्टल पर मिलेगी गांव और स्कूलों की जानकारी
रूपाणी ने इस योजना के वेब पोर्टल पर ऐसे सभी गांव जहां स्कूलों में कमरों की जरूरत है, उसकी जानकारी उपलब्ध कराने के लिए शिक्षा विभाग के साथ समन्वय करने के भी निर्देश दिए। इस योजना के अंतर्गत जिन कार्यों का समावेश किया गया है उसमें स्कूल के कमरे या स्मार्ट क्लास, सामुदायिक भवन, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, आंगनवाड़ी, मध्याह्न भोजन का रसोई घर, स्टोर रूम, पुस्तकालय, खेलों के लिए व्यायामशाला का भवन और उपकरण, सीसीटीवी कैमरा सर्विलांस सिस्टम, श्मशान गृह, वाटर रिसाइक्लिंग व्यवस्था, गटर, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी), तालाब सौंदर्यीकरण, बस स्टैंड, सौर ऊर्जा संचालित स्ट्रीट लाइट और ट्यूबवेल और कुएं की मोटर कार्य शामिल हैं।
ये है गवर्निग बॉडी मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में गठित इस गवर्निंग बॉडी में उपाध्यक्ष के रूप में पंचायत राज्य मंत्री जबकि अन्य सदस्यों में पंचायत एवं वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, जलापूर्ति, ग्राम विकास, सड़क एवं भवन तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिवों के अलावा अप्रवासी गुजराती (एनआरजी) फाउंडेशन के अध्यक्ष तथा विकास आयुक्त को सदस्य सचिव एवं ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्यों से जुड़े दो प्रतिष्ठित व्यक्तियों को आमंत्रित सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है।
पहली बैठक में पंचायत राज्य मंत्री जयद्रथसिंह परमार, पंचायत एवं ग्राम विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विपुल मित्रा, विकास आयुक्त संदीप कुमार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव विजय नेहरा, वित्त विभाग की सचिव मनीषा चंद्रा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य अधिकारी डी.एच. शाह, प्रदेश अग्रणी भरतभाई पंड्या तथा अतिरिक्त विकास आयुक्त विशाल गुप्ता सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।