scriptAhmedabad News: भूलने की बीमारी को न लें हल्के से | Gujarat news in hindi: World alzheimer's day | Patrika News

Ahmedabad News: भूलने की बीमारी को न लें हल्के से

locationअहमदाबादPublished: Sep 20, 2019 10:43:15 pm

Submitted by:

Omprakash Sharma

विश्व अल्जाइमर दिवस पर बोले चिकित्सक

Ahmedabad News: भूलने की बीमारी को न लें हल्के से

Ahmedabad News: भूलने की बीमारी को न लें हल्के से

अहमदाबाद. भूलने की बीमारी अथवा अल्जाइमर्स को हल्के से न लें। समय रहते इस संबंध में सतर्कता बरती जाए तो इसे नियंत्रण में किया जा सकता है।
अल्जाइमर ऐसी बीमारी है जो साठ वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों में देखने को मिलती है। विश्व में इस समस्या से लगभग ४.४० करोड़ लोग पीडि़त हैं। जबकि भारत में इस तरह के पीडि़तों की संख्या चालीस लाख के आसपास है। अल्जाइमर का समय रहते उपचार किया जाए तो इस समस्या को काफी हद तक नियंत्रण में किया जा सकता है। इस समस्या में पुरानी यादास्त बनी रहती है लेकिन ताजा यादास्त प्रभावित होती है। विश्व अल्जाइमर दिवस के उपलक्ष्य में शहर के शैल्बी अस्पताल में आयोजित सेमिनार में न्यूरो फीजिशियन एवं न्यूरो सर्जन चिकित्सकों ने दिमाग के अन्य रोगों और समस्याओं के बारे में भी जागरूक किया। अहमदाबाद के सिविल अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष रह चुके डॉ. हर्षिल शाह के अनुसार एक जमाना था जब सिर में होने वाली गांठ (ब्रेन ट्यूमर) का उपचार काफी जटिल था,लेकिन आज के जमाने में इसका उपचार संभव है। इसके लिए समय समय पर जांच या लक्षणों को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए। न्यूरोसर्जन डॉ. सत्यजीत दीक्षित ने कहा कि कुछ सावधानिया बरती जाए तो ब्रेन स्ट्रोक या फिर दुर्घटना में होने वाली मौतों को रोका जा सकता है। न्यूरो फिजिशियन चिकित्सक डॉ. हेतल परीख के अनुसार दिमागी रोगों के चलते लकवा की परेशानी काफी अधिक है। इसके लिए समय रहते उपचार किया जाए तो रोगी के ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो