गुजरात विधानसभा में 80 वर्ष से ज्यादा उम्र वाले बुजुर्ग अपने घर से ही वोट दे सकेंगे। केन्द्रीय चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने यह अहम घोषणा की।
गुजरात चुनाव की समीक्षा करने पहुंचे मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने के बाद मंगलवार को गांधीनगर में संवाददाता सम्मलेन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बीमार होने या इच्छा होने पर 80 वर्ष से ज्यादा के उम्र के लोग अपने घर से वोट दे सकेंगे। गुजरात में 10 लाख से ज्यादा लोगों की आयु 80 वर्ष से अधिक है। घर से वोटिंग के लिए बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) ऐसे लोगों के घर जाएंगे और पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की जाएगी।
इस दौरान बीएलओ के साथ-साथ पार्टी के प्रतिनिधि, एजेंट और प्रत्याशियों को भी जाने दिया जाएगा। कुमार के मुताबिक इन आयु के बुजुर्गों को घर से वोट करने के लिए 12 डी आवेदन भरना होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि इसी तरह की समान सुविधा दिव्यांग जनों को भी मिलेगी। 40 फीसदी विकलांगता वाले दिव्यांग भी घर बैठे मतदान करे सकेंगे। राज्य में 4.13 लाख से ज्यादा दिव्यांग जन हैं।
राज्य में 11800 शतायु मतदाता मुख्य चुनाव आयुक्त के अनुसार गुजरात में 11800 मतदाता 100 वर्ष से ज्यादा के हैं। इन मतदाताओं का कलक्टर की ओर से सम्मान किया जाएगा। राज्य में करीब 1200 वोटर थर्ड जेन्डर के हैं।