मुख्यमंत्री ने नारियल के वृक्षों सहित पक्षियों के अवलोकन (बर्ड वॉचिंग) और प्रकाश स्तंभ (लाइट हाउस) जैसी पिरोटन टापू की विशेषताओं को पर्यटन उद्देश्य से विकसित करने को कहा। मुख्यमंत्री ने इन टापूओं पर पर्यटन सहित विभिन्न गतिविधियों में स्थानीय युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए आईटीआई द्वारका को मरीन स्किल ट्रेनिंग सेंटर के रूप में कार्यरत करने के लिए संबंधित विभागों को आपसी समन्वय करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित प्राधिकरण की तीसरी बैठक में उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल, राजस्व मंत्री कौशिक पटेल, पर्यटन मंत्री जवाहर चावड़ा, जलापूर्ति मंत्री कुंवरजी बावलिया तथा गृह राज्य मंत्री प्रदीपसिंह जाडेजा भी उपस्थित थे।
इस बैठक में मुख्य सचिव अनिल मुकीम, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, गृह, राजस्व और शहरी विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एम.के. दास तथा सचिव अश्विनी कुमार, वन एवं पर्यावरण तथा पर्यटन विभाग के वरिष्ठ सचिव मौजूद थे।