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Gujarat: बच्चों को निमोनिया और दिमागी बुखार के खिलाफ मिलेगा वैक्सीन का कवच

locationअहमदाबादPublished: Oct 20, 2021 10:43:32 pm

Submitted by:

Uday Kumar Patel

Gujarat, Pneumonia, Pneumococcal Conjugate vaccine, Children,

Gujarat: बच्चों को निमोनिया और दिमागी बुखार के खिलाफ मिलेगा वैक्सीन का कवच

Gujarat: बच्चों को निमोनिया और दिमागी बुखार के खिलाफ मिलेगा वैक्सीन का कवच

गांधीनगर/दाहोद.

गुजरात में बच्चों को निमोनिया और दिमागी बुखार जैसी गंभीर बीमारियों के खिलाफ न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीवीसी) का सुरक्षा कवच मिलेगा। मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने बुधवार को इस टीकाकरण कार्यक्रम का राज्यव्यापी शुभारंभ आदिवासी बहुल छोटाउदेपुर जिले के आल्हादपुरा स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से किया। भारत सरकार के नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत राज्य के सभी सरकारी अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर यह वैक्सीन डेढ़ वर्ष की उम्र तक के बच्चों को मुफ्त दी जाएगी।
निजी क्षेत्र यानी प्राइवेट डॉक्टरों के पास लगभग 3 हजार से 4500 रुपए के मूल्य पर मिलने वाली इस वैक्सीन को सरकार नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत लाभार्थी बच्चों को मुफ्त देगी। राज्य में एक वर्ष में लगभग 12 लाख बच्चों को टीके की 3 खुराक समेत कुल 36 लाख पीसीवी की डोज दी जाएगी। बच्चों को जन्म के 6 सप्ताह पर इस वैक्सीन की पहली खुराक, 14 सप्ताह होने पर दूसरी खुराक और 9 महीने बाद तीसरी बूस्टर डोज वैक्सीन दी जाएगी।
यह हैं लक्षण

न्यूमोकोकल निमोनिया एक तीव्र श्वसन संक्रमण रोग है, जिसमें फेफड़ों में जलन होती है और कफ जम जाता है। खांसी, सीने में भीतर की ओर खिंचाव, सांस लेने में दिक्कत, तीव्र सांस और गले में खराश इस रोग के मुख्य लक्षण हैं। यदि शिशु इस रोग से गंभीर रूप से बीमार है तो उसे खाने-पीने में कठिनाई होती है, दौरे पड़ सकते हैं या वह बेहोश हो सकता है और उसकी मौत भी हो सकती है। न्यूमोकोकल संक्रमण के कारण मेनेन्जाइटिस, सेप्टीसीमिया और निमोनिया जैसे गंभीर रोगों के साथ-साथ साइनोसाइटिस जैसे रोग भी हो सकते हैं।
बच्चों की मृत्युदर रोकने में उपयोगी वैक्सीन

भारत में न्यूमोकोकल निमोनिया के कारण वर्ष 2010 में पांच वर्ष से कम उम्र के लगभग 1 लाख बच्चों और वर्ष 2015 में लगभग 53 हजार बच्चों की मौत हुई थी। न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन (पीसीवी) 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की मृत्युदर को कम करने में उपयोगी सिद्ध होगी।
पीसीवी का टीकाकरण बच्चों में न्यूमोकोकल रोग के कारण होने वाले रोगों और मृत्यु को रोकता है। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों में गंभीर न्यूमोकोकल रोग का खतरा रहता है लेकिन इसका सर्वाधिक खतरा एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों में रहता है। पीसीवी टीकाकरण शिशुओं की रक्षा करने के साथ ही बच्चों में न्यूमोकोकल रोग के खतरों को भी कम करेगा।

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