इस अभियान के चलते दशकों से फरार आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है। बनासकांठा जिला पुलिस ने ३५ साल से फरार चल रहे एक आरोपी को पकड़ा है। आणंद पुलिस ने भी हत्या व डकैती के मामले में २६ साल से फरार चल रहे आरोपी गोरसिंह पारघी को धर दबोचा है। सूरत शहर पुलिस ने हत्या के मामले में 20 साल से फरार चल रहे आरोपी मूलेश्वर वर्मा को धर दबोचा है। एनडीपीएस के एक अन्य मामले में वांछित आरोपी कालिया पीतांबर प्रधान को भी पकड़ा। इसके अलावा पंचमहाल जिला पुलिस ने 25 साल के वांछित को पकड़ा है। जामनगर में 10 साल से वांछित आरोपी को पकड़ा।
आशीष भाटिया ने बीते साल 2020 में भी पांच फरवरी से 14 फरवरी के दौरान फरार आरोपियों को पकडऩे के लिए विशेष अभियान छेडऩे का निर्देश दिया था। उस समय भी 10 दिनों में पुलिस ने 149 आरोपियों को पकडऩे में सफलता पाई थी।
कई आरोपी वारदातों को अंजाम देने के बाद गुजरात की सीमा से सटे पड़ोसी राज्य राजस्थान, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र में भाग गए हैं। ऐसे आरोपियों को पकडऩे के लिए डीजीपी ने विशेष एक्शन प्लान बनाया है, जिसके तहत सीमावर्ती राज्यों के जिलों के रेंज आईजी गोधरा रेंज, वडोदरा रेंज आईजी से बैठक की है। उन्हें संबंधित राज्यों की पुलिस से संपर्क कर फरार आरोपियों पकडऩे में मददरूप होने को संपर्क के लिए कहा हैं। चुनावों को देखते हुए इस अभियान को अभी और दिन जारी रखने का भी निर्देश दिया है।