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राज्यसभा सभा उपचुनाव: अलग-अलग चुनाव कराने पर गुजरात भाजपा-कांग्रेस में फिर रार

locationअहमदाबादPublished: Dec 22, 2020 05:12:59 pm

Gujarat, Rajya Sabha byelection, separate election, BJP, Congress, ECI, चुनाव आयोग ने गुजरात की दोनों सीटों पर अलग-अलग उप चुनाव कराने को लिखा है पत्र, अहमद पटेल और अभय भारद्वाज के निधन से रिक्त हुई हैं दो सीटें

राज्यसभा सभा उपचुनाव: अलग-अलग चुनाव कराने पर गुजरात भाजपा-कांग्रेस में फिर रार

राज्यसभा सभा उपचुनाव: अलग-अलग चुनाव कराने पर गुजरात भाजपा-कांग्रेस में फिर रार

अहमदाबाद. गुजरात के दो राज्यसभा सांसदों की मौत हो जाने के चलते रिक्त हुईं सीटों पर उपचुनाव अलग-अलग कराने को लेकर एक बार फिर से गुजरात भाजपा और कांग्रेस में रार हो गई है। दोनों में आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है।
दरअसल राज्यसभा सांसद अहमद पटेल और अभय भारद्वाज के निधन के चलते गुजरात की दो राज्यसभा सीटें रिक्त हुई हैं। इन दोनों ही सीटों पर उपचुनाव होना है। यह उपचुनाव यदि अलग अलग होता है तो दोनों ही सीटें भाजपा के खाते में आसानी से चली जाएंगीं। एक साथ होने की स्थिति में कांग्रेस के खाते में एक सीट आ सकती है।
भारतीय निर्वाचन आयोग ने गुजरात के मुख्य चुनाव अधिकारी को पत्र लिखकर राज्यसभा की रिक्त हुईं दोनों सीटों पर अलग अलग उपचुनाव कराने की बात कही है। इस पत्र के सामने आने के बाद कांग्रेस एक बार फिर से हमलावर हो गई है।
वैसे इससे पहले जब राज्यसभा सांसद के तौर पर अमित शाह और स्मृति ईरानी ने इस्तीफा दिया तब रिक्त हुई सीटों पर जो चुनाव हुआ था उस समय भी इसी मुद्दे पर विवाद हुआ था। यह मामला अभी सुप्रीमकोर्ट में लंबित है। गुजरात की १८२ सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास अभी 111 सीटें हैं। कांग्रेस के पास ६५, बीटीपी 2, एनसीपी और निर्दलीय एक-एक विधायक हैं। दो सीटें खाली हैं।
गुजरात राज्यसभा में कुल 11 सीटें हैं। जिसमें से छह सीटें भाजपा के खाते में हैं, जबकि तीन सीटें कांग्रेस के पास हैं। दो सीटें रिक्त हैं। एक सीट 25 नवंबर को कांग्रेस के सांसद रहे अहमद पटेल के निधन के चलते रिक्त हुई है, जबकि दूसरी एक दिसंबर को भाजपा के सांसद अभय भारद्वाज के निधन के चलते रिक्त हुई है।
चुनाव आयोग दबाव में कर रहा काम
गुजरात कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ. मनीष दोशी ने कहा कि भारतीय चुनाव आयोग स्वायत्त होना चाहिए। कानून ने उसे स्वायत्ता दी है, लेकिन दुर्भाग्य है कि कुछ समय से चुनाव आयोग भारत सरकार के दबाव में काम करता हो ऐसे एक के बाद एक घटनाक्रम सामने आ रहे हैं। जो चुनाव आयोग की स्वायत्ता पर सवाल उठाते हैं। नियमानुसार एक सीट खाली हुई हो या दो सीट खाली हुई हों। चुनाव एक साथ ही होने चाहिए, लेकिन राज्यसभा में बहुमति प्राप्त करने के लिए केन्द्र सरकार हथकंडे अपनाकर राज्यसभा सीटों पर अलग-अलग चुनाव करा रही है। इससे पहले राज्यसभा सीट पर एक साथ चुनाव कराने की मांग का मामला अभी सुप्रीमकोर्ट में लंबित है।
चुनाव कैसे-कब कराना यह तय करेगा चुनाव आयोग

गुजरात प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता भरत पंड्या ने कहा कि राज्य सभा की रिक्त हुई दो सीटों पर कब और कैसे चुनाव कराना है। यह तय करना चुनाव आयोग का काम है। भाजपा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है। कांग्रेस का काम आरोप लगाना है। उसने आरोप लगाने के मामले में चुनाव आयोग ही नहीं सुप्रीमकोर्ट तक को नहीं छोड़ा है।

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