अहमदाबाद. गुजरात के 18,500 से अधिक गांवों की महिलाओं की ओर से तैयार की गई 21 हजार से ज्यादा राखियां देश की सीमाओं की रक्षा कर रहे जवानों के लिए भेजी गई। राखियों के साथ-साथ इन राखियों पर लिखे विजय सूत्र के संदेश को शुक्रवार को देश की 18 विभिन्न सीमाओं पर तैनात जवानों को डाक विभाग के जरिए भेजा गया।
इससे पहले इन राखियों को मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को सौंपा गया। यह राखियां स्वामी विवेकानंद गुजरात राज्य युवा बोर्ड की पहल पर तैयार की गई।
यह राखियां कच्छ, उरी, जैसलमेर, सियाचिन, गलवान और बनासकांठा सीमा पर डटे सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों, जामनगर, भुज, पठानकोट, नलिया, श्रीनगर और मकरपुरा में तैनात भारतीय वायुसेना के योद्धाओं, ओखा, पोरबंदर, मुंबई, लक्षद्वीप, विशाखापट्टनम और अंडमान-निकोबार में समुद्री सीमा पर तैनात नौ सैनिकों सहित देश की 18 सीमाओं पर तैनात जवानों को भेजा गया है।
‘पहली राखी देश प्रेम की’ कार्यक्रम के अंतर्गत राखी और विजय सूत्र संदेश एकत्रित करने के लिए युवा बोर्ड की ओर से आठ जोन निर्धारित किए गए थे। इनमें अहमदाबाद, अमरेली, आणंद, अरवल्ली, बनासकांठा, भरुच, भावनगर, बोटाद, छोटाउदेपुर, दाहोद, देवभूमि द्वारका, गांधीनगर, गिर सोमनाथ, जामनगर, जूनागढ़, कच्छ, खेड़ा, महेसाणा, महिसागर, मोरबी, नर्मदा, नवसारी, पंचमहाल, पाटण, पोरबंदर, राजकोट, साबरकांठा, सूरत, सुरेन्द्रनगर, तापी, वडोदरा और वलसाड सहित कुल 32 जिलों को शामिल किया गया था।
राखी और विजय सूत्र संदेश मुख्यमंत्री को सौंपने के अवसर पर मुख्यमंत्री की पत्नी अंजली बेन रूपाणी तथा स्वामी विवेकानंद गुजरात राज्य युवा बोर्ड के पदाधिकारी और युवा उपस्थित थे।