प्रथम एक घंटा होता है गोल्डन ऑवर दुर्घटना या गंभीर शारीरिक बीमारी में प्रथम एक घंटे में आवश्यक उपचार उपलब्ध कराने पर मरीज की जीवन रक्षा में काफी मदद मिलती है। इसे यानी गोल्डन ऑवर उपचार सिद्धांत कहा जाता है।
यह सुविधाएं हैं कोविड ट्राएज सेंटर में गुरुवार से शुरू किए गए कोविड ट्राएज सेंटर में 22 बिस्तर, दिन-रात ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए आवश्यक सुविधाएं, गोल्डन ऑवर उपचार में उपयोगी 5-7 वेंटिलेटर, इतनी ही संख्या में मॉनिटर, इन्फ्यूजन पंप, डी फेब, ऑक्सीजन कॉन्सनट्रेटर, रोगी वाहन और जीवनरक्षक दवाओं की सुविधा उपलब्ध होगी।
– मध्य प्रदेश और राजस्थान के मरीजों को भी मिलेगा लाभ सयाजी अस्पताल में वडोदरा शहर, जिले के साथ ही मध्य व दक्षिण गुजरात के जिलों के कोविड मरीज आते हैं। इनके अलावा मध्य प्रदेश व राजस्थान के मरीज भी सयाजी अस्पताल में आते हैं। इसलिए कोविड ट्राएज सुविधा का लाभ बड़े पैमाने पर लोगोंको मिल सकेगा।
उपचार उपलब्ध कराने के लिए मिनटों में निर्णय लेंगे विशेषज्ञ इस केन्द्र में दिन-रात विशेषज्ञ व कन्सल्टेंट चिकित्सक, प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ, पैरा मेडिकल स्टाफ की सेवाएं उपलब्ध होंगी। मरीज की जांच नहीं होने के बावजूद कोविड पीडि़त होने की संभावना के मद्देनजर आवश्यक सावधानी बरतकर उपचार किया जाएगा। विशेषज्ञ चिकित्सकों की ओर से मरीज की हालत का अवलोकन कर मिनटों में ही उपचार के प्रकार का निर्णय कर उसके आधार पर तुरंत उपचार शुरू किया जाएगा। मरीज की जीवन रक्षा में यह निर्णय काफी निर्णायक साबित हो सकेगा। फिलहाल अहमदाबाद में डेडिकेटेट ट्राएज उपलब्ध है, उससे भी बड़ा ट्राएज सेंटर वडोदरा में शुरू किया गया है। भारत सरकार की कोविड गाइडलाइन का कठोर पालन करते हुए इस सुविधा का संचालन किया जाएगा।
– डॉ. बेलीम ए.बी. कोविड नोडल अधिकारी, सयाजी अस्पताल, वडोदरा।
– डॉ. बेलीम ए.बी. कोविड नोडल अधिकारी, सयाजी अस्पताल, वडोदरा।