सहाय ने बताया कि जल्द इसका एक प्रस्ताव शिक्षा विभाग, जीएसईआरटी, गुजरात राज्य शाला पाठ्यपुस्तक मंडल व शिक्षा बोर्ड को भेजा जाएगा। इसके अलावा आरएसयू के एक्सपर्ट स्कूलों में जाकर 11-12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को भी साइबर अटैक व उससे बचाव के टिप्स बताएंगे।
शनिवार को अहमदाबाद में आरएसयू-ईसीएस कंपनी की ओर से साइबर सुरक्षा पर मीडियाकर्मियों के लिए आयोजित कार्यशाला में विकास सहाय ने यह जानकारी दी।
ईसीएस कंपनी के सीएमडी विजय मंडोरा ने एक सर्वे का उल्लेख करते हुए बताया कि पूरे विश्व में साइबर अटैक की संख्या व उससे होने वाले आर्थिक नुकसान की घटनाएं बढ़ रही है। सबसे ज्यादा वित्तीय संस्थाओं पर हमले होते हैं।
दुबई की आईटी कंपनी आईएसआईटी के साइबर सिक्योरिटी इंजीनियर यसीन अहमद ने कहा कि कोर्पोरेट कंपनियों में होने वाली साइबर क्राइम की ८० प्रतिशत घटनाओं में कंपनी से जुड़े कर्मचारी या व्यक्ति का हाथ होता है। ९० प्रतिशत पीडि़त को मालूम ही नहीं होता कि वह साइबर अटैक का शिकार हो चुके हैं।
पुलिस को भी देंगे साइबर क्राइम जांच का प्रशिक्षण
सहाय ने बताया कि बढ़ते साइबर क्राइम को रोकने व अपराधियों को पकडऩे के लिए उसकी बेहतर जांच जरूरी है। इसके लिए पुलिस में भी प्रशिक्षित व्यक्तियों का होना जरूरी है। इस कमी को दूर करने के लिए आरएसयू सीआईडी क्राइम के साथ मिलकर सभी जिलों-शहरों में गठित साइबर सेल में सेवारत पुलिसकर्मियों को साइबर क्राइम जांच (साइबर फोरेंसिक) का प्रशिक्षण देगी। इसके लिए ३० जनवरी को सीआईडी क्राइम के अधिकारियों के साथ आरएसयू के अधिकारियों व साइबर एक्सपर्ट की बैठक होगी।
साइबर अटैक से बचने को उठाएं ये कदम:
आरएसयू के पीएचडी विद्यार्थी व साइबर एक्सपर्ट राकेश सिंह बताते हैं कि साइबर अटैक से बचने के लिए लाइसेंसी ऑपरेटिंग सिस्टम (ओएस), लेटेस्ट एन्टीवायर सिक्योरिटी का उपयोग करें। पासवर्ड में एटदरेट, हैज और एबीसीडी के अलावा 1 से लेकर 9 तक के आंकड़ों का भी प्रयोग करें। कंप्यूटर छोड़़ें तो लॉगआउट करके और स्क्रीन लॉक जरूर करें। हमेशा अपटेड ब्रोसर का उपयोग करें। हमेशा एचटीपीएस// से शुरू होने वाली सुरक्षित वेबसाइट पर ही काम करेंगे। ऑनलाइन खरीदी में विश्वासपात्र साइट का उपयोग करें और प्राइवेसी सेटिंग का उपयोग करें। जिन्हें जानते ना हों ऐसे लोगों को फेसबुक व अन्य पर मित्र बनाने से बचें। पूरी सही जानकारी और अपने फोटो अपलोड करने से भी बचें। मोबाइल पर अश्लील साहित्य ना देंखे। संभव हो तो नेटबैकिंग वाले एकाउंट में कम पैसे रखें, पासवर्ड बदलते रहें। न जानते हों ऐसा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल ना करें। वेबसाइट खोलने या कुछ देखते समय अचानक से खुलने वाली विन्डो या सामने आने वाले विज्ञापनों पर क्लिक ना करें। ईमेल से अपना क्रेडिटकार्ड नंबर, सीवीवी, पासवर्ड कभी ना भेंजे। सोशल मीडिया पर अपना सही नाम, पता, नंबर, ईमेल देने से बचें। ओपन वाईफाई का सुरक्षित इस्तेमाल करें। पैसों से जुड़ी जानकारी कभी भी किसी को ईमेल से या फोन, या एसएमएस पर ना दें। अपने लोकेशन की हरपल की जानकारी सोशल मीडिया पर ना दें।