साइंससिटी में दिखेगी ‘अंतरिक्ष शोध की भावी दुनिया’
अहमदाबादPublished: Nov 20, 2018 11:24:11 pm
१०,००० वर्गमीटर में लगेगी ‘बियोन्ड द प्लानेट अर्थ: फ्यूचर ऑफ एक्सप्लोरेशन’ प्रदर्शनी, प्रधानमंत्री वाइब्रेंट समिटि से पहले करेंगे प्रदर्शनी का शुभारंभ
साइंससिटी में दिखेगी ‘अंतरिक्ष शोध की भावी दुनिया’
अहमदाबाद. गुजरात साइंस सिटी में नोबल पुुरस्कार प्रदर्शनी-२०१७ की तरह ही बेहतरीन अनुभव कराने वाली प्रदर्शनी आगामी साल जनवरी-२०१९ में होने जा रहे वाइब्रेंट गुजरात निवेशक सम्मेलन के दौरान देखने को मिलेगी। यहां अवकाश के क्षेत्र में हो रहे अनुसंधान, शोध के ५०-१०० साल बाद की ‘भावी अंतरिक्ष शोध वाली दुनियाÓ को निहारने का मौका मिलेगा। थ्री डी तकनीक से सुसज्ज होने वाली इस प्रदर्शनी में आपको यादगार अनुभव कराने की तैयारी की जा रही है।
गुजरात साइंस सिटी ने इसके लिए नासा, अमेरिकन म्यूजियम ऑफ नेचरल हिस्ट्री, इजराइल नेशनल म्यूजियम ऑफ साइंस, टेक्नोलॉजी एंड स्पेश, हैफा इजराइल के सहयोग ले रही है। प्रदर्शनी में सोलर सिस्टम थियेटर, चंद्रमा से वापस आने, मंगल ग्रह की यात्रा, तारों के आकार के पदार्थों की खोज, सौरमंडल एवं उसके बाहर के हिस्से की सैर जैसे अद्भुत नजारे देखने को मिलेंगे।
साइंस सिटी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.नरोत्तम साहू ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वाइब्रेंट गुजरात समिट से पहले साइंस सिटी में लगने वाली बियोन्ड द प्लानेट अर्थ: फ्यूचर ऑफ एक्सप्लोरेशन प्रदर्शनी का शुभारंभ करेंगे।
यह प्रदर्शनी वाइब्रेंट समिटि के दौरान तो चालू रहेगी ही। समिट के खत्म होने के बाद भी चार महीने तक चलेगी, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग स्पेश के क्षेत्र में हो रहे संशोधन, शोध और कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकें। इसमें विद्यार्थियों को भी लाने की कोशिश की जाएगी, ताकि उनमें स्पेश साइंस के क्षेत्र में और रुचि पैदा हो।
ज्ञात हो कि वर्ष २०१७ में गुजरात साइंस सिटी में नोबल पुरस्कार प्रदर्शनी लगाई गई थी। यहां देश व विदेश के कई नोबल अवार्ड विजेता भी पहुंचे थे। जिन्होंने न सिर्फ अपनी शोध के बारे में साइंस सिटी में जानकारी दी बल्कि जीयू व अन्य विश्वविद्यालयों में भी जाकर विद्यार्थियों से बातचीत की थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया था।