अहमदाबाद. गुजरात ही नहीं बल्कि देश के स्मार्ट गांव का तमगा पा चुके साबरकांठा जिले के पुंसरी गांव ने कोरोना महामारी के इस दौर में एक और स्मार्ट पहल की है। अहमदाबाद सहित ज्यादातर जगहों पर ऑक्सीजन की किल्लत है। लोग इसके चलते जान गंवा रहे हैं।
ऐसे में पुंसरी गांव की पंचायत ने गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (पीएचसी) में ऑक्सीजन की एक लीटर की बोतल उपलब्ध कराई है। जो गोल्डन अवर में घर से अस्पताल तक पहुंचने के दौरान कोरोना मरीज को पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में काफी उपयोगी साबित हो रही है। बीते तीन दिनों में तीन लोग इस बोतल का लाभ लेकर सुरक्षित अस्पताल तक पहुंच चुके हैं।
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए गांव में सख्त नियम की पालना के बीच ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए पुंसरी ग्राम पंचायत ने यह निर्णय किया है। जिसके तहत ग्राम पंचायत की ओर से गांव के पीएचसी में एक लीटर की ऑक्सीजन बोतल उपलब्ध कराई है। जिन कोरोना मरीजों का ऑक्सीजन लेवल कम होता है। वे गांव से अस्पताल तक सही सलामत पहुंचे उसमें यह एक लीटर की बोतल मददगार है। इसके जरिए एक घंटे तक मरीज को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलने का दावा किया जा रहा है। गांव के पास के निजी क्लीनिकों में भी इसे उपलब्ध कराया है, ताकि ऑक्सीजन की कमी के चलते कोई घर से अस्पताल जाते समय बीच रास्ते में दम ना तोड़ दे।
ऐसे में पुंसरी गांव की पंचायत ने गांव के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (पीएचसी) में ऑक्सीजन की एक लीटर की बोतल उपलब्ध कराई है। जो गोल्डन अवर में घर से अस्पताल तक पहुंचने के दौरान कोरोना मरीज को पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में काफी उपयोगी साबित हो रही है। बीते तीन दिनों में तीन लोग इस बोतल का लाभ लेकर सुरक्षित अस्पताल तक पहुंच चुके हैं।
कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए गांव में सख्त नियम की पालना के बीच ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए पुंसरी ग्राम पंचायत ने यह निर्णय किया है। जिसके तहत ग्राम पंचायत की ओर से गांव के पीएचसी में एक लीटर की ऑक्सीजन बोतल उपलब्ध कराई है। जिन कोरोना मरीजों का ऑक्सीजन लेवल कम होता है। वे गांव से अस्पताल तक सही सलामत पहुंचे उसमें यह एक लीटर की बोतल मददगार है। इसके जरिए एक घंटे तक मरीज को पर्याप्त ऑक्सीजन मिलने का दावा किया जा रहा है। गांव के पास के निजी क्लीनिकों में भी इसे उपलब्ध कराया है, ताकि ऑक्सीजन की कमी के चलते कोई घर से अस्पताल जाते समय बीच रास्ते में दम ना तोड़ दे।
पास के १५ गांवों को भी देने का प्रयास
कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। ऑक्सीजन लेवल काफी गिर रहा है। ऐसे में घर से अस्पताल तक पहुंचने में भी कई बार यह जानलेवा साबित हो रहा है। ऐसा ना हो उसके लिए ग्राम पंचायत ने ऑक्सीजन की एक लीटर की बोतल पीएचसी में उपलब्ध कराई है। पास के निजी क्लीनिकों में भी उपलब्ध कराई है। ताकि गांव के लोगों के लिए गोल्डन अवर में यह काम आए। तीन दिन में तीन लोगों को इसका लाभ मिला है। पास के १५ गांवों में इसे उपलब्ध कराने पर भी विचार किया जा रहा है। इससे एक घंटे तक ऑक्सीजन मिल सकती है।
-हिमांशु पटेल, पूर्व सरपंच, पुंसरी ग्राम पंचायत, साबरकांठा
कोरोना की दूसरी लहर में लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। ऑक्सीजन लेवल काफी गिर रहा है। ऐसे में घर से अस्पताल तक पहुंचने में भी कई बार यह जानलेवा साबित हो रहा है। ऐसा ना हो उसके लिए ग्राम पंचायत ने ऑक्सीजन की एक लीटर की बोतल पीएचसी में उपलब्ध कराई है। पास के निजी क्लीनिकों में भी उपलब्ध कराई है। ताकि गांव के लोगों के लिए गोल्डन अवर में यह काम आए। तीन दिन में तीन लोगों को इसका लाभ मिला है। पास के १५ गांवों में इसे उपलब्ध कराने पर भी विचार किया जा रहा है। इससे एक घंटे तक ऑक्सीजन मिल सकती है।
-हिमांशु पटेल, पूर्व सरपंच, पुंसरी ग्राम पंचायत, साबरकांठा