जामनगर संवाददाता के अनुसार तौकते चक्रवात के चलते जामनगर के सभी सातों बंदरगाहों पर दो नंबर का सिग्नल लगा दिया गया है। इनमें नवाबंदर, बेड़़ी, रोजी, सिक्का, सचाणा, जोडिया और सलाया बंदरगाह शामिल हैं। मछली पकडऩे के लिए समंदर में गईं 1०७ में से ४२ बोट लौट आई हैं। अन्य ६५ को वापस लाने के लिए कोशिश की जा रही है।
भुज संवाददाता के अनुसार कच्छ जिले के समुद्र तट से तौकते के टकराने की आशंका है जिसके देखते हुए 17 मई तक सात तहसील के 123 गांव में निचले हिस्सों में रहने वाले सभी लोगों, मछुआरों को सुरक्षित जगह पर स्थानांतरित करने और सचेत रहने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शनिवार को कलक्टर की अध्यक्षता में तैयारियों की समीक्षा बैठक हुई। जिले में एनडीआरएफ की दो और एसडीआरएफ की एक टीम तैनात की गई है। कच्छ के कंडला और मुन्द्रा पोर्ट पर भी व्यवस्था के निर्देश दिए हैं। जखौ बंदरगाह पर भी सुरक्षा बरती जा रही है। मछुआरों को वापस बुलाया जा रहा है।
राजकोट संवाददाता के अनुसार तौकते से निपटने के लिए जिले में हाईअलर्ट घोषित किया है। सभी अधिकारियों कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी है। एनडीआरएफ की दो टीमें तैनात की हैं, जिसमें एक घंटेश्वर इलाके में और दूसरी गोल्डन एसआरपी कैम्प में रखा है। इस दौरान कोरोना मरीजों को परेशानी ना हो उसका भी ध्यान रखने को कहा है।