आरोपियों ने 8 अक्टूबर को साणंद तहसील में बायपास रोड पर स्थित उमिया माता मंदिर की दानपेटियों से चोरी की थी। इस दौरान पास में ही सो रहे खीचा गांव के निवासी नवघणभाई वाघेला के जाग जाने पर आरोपियों में से एक ने उन पर लोहे के सरिये से वार भी किया था, जिससे नवघण लहूलुहान हो गया था। आरोपी उसे जख्मी हालत में ही पास के महादेव मंदिर में गैलरी में छोड़कर चले गए थे। उससे पहले उनकी जेब से 5 हजाररुपए व मोबाइल फोन लेकर फरार हो गए थे।
एलसीबी के अनुसार आरोपी इतने शातिर है कि जिस मंदिर में चोरी करनी होती थी। उस मंदिर में दर्शन करने के लिए जाते थे। दान पेटी में सिक्का डालकर उसकी आवाज के हिसाब से पता करते कि दान पेटी में कितनी नकदी है। वह खाली है या भरी हुई है। यह काम कालू हठीला करता था। उसके बाद रात को उस मंदिर को निशाना बनाते थे।