अहमदाबाद. हर त्यौहार गुजरात की जनता रोमांच और उत्साह के साथ मनाते हैं। उत्तरायण पर्व पर आज गुजरात पतंगबाजी के साथ उंधिया-जलेबी व तिल के व्यंजनों का भी स्वाद लेगा हैं। डेढ़ दशक से राज्य सरकार ने पतंगोत्सव को वाइब्रेन्ट पतंगोत्सव के रूप में बनाया है। तब से गुजरात में पतंग का कारोबार भी खासा बढ़ा है। माना जाता है कि गुजरात में पतंगोत्सव का कारोबार पांच सौ करोड़ से ज्यादा का होता है।
पतंगोत्सव पर ना सिर्फ पतंगों की खरीदारी होती है, बल्कि चश्मे, टुक्कल, भोंपू या मुखौटे तथा उंधिया-जलेबी की खासतौर पर खरीदारी होती है। एक अनुमान के मुताबिक डेढ़ दशक से पतंगोत्सव पर कारोबार बढ़ा है, जहां डेढ़ दशक पहले कारोबार 40 से 45 करोड़ रुपए का था, जो अब बढ़कर 500 करोड़ तक पहुंच गया है। राज्य सरकार और विशेष तौर पर जब से
नरेन्द्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे उन्होंने इस त्योहार को नई ऊंचाइयां दीं। न सिर्फ देशी बल्कि विदेशी पतंगबाजों को न्योता दिया, जिससे पतंगोत्सव को गुजरात को नया आयाम मिला।
सुबह से छतों पर :
रविवार से गुजरात की नजरें अब अगले दो दिन तक आसमान पर रहेंगी। रविवार को पतंगबाज सुबह से ही छतों पर चढ़ जाएंगे और दिन भर फिल्मी एवं गुजराती संगीत के साथ पतंगबाजी का लुत्फ उठाएंगे। रात को आसमां पर टुक्कलों का रंगीन नजारा देखने को मिलेगा।उत्तरायण पर्व पर फिल्मी सितारों से लेकर राजनीति के दिग्गजों की पतंगें आसमान पर दिखाई देती है। उत्तरायण पर दान-पुण्य का भी महत्व होने से रविवार को गायों को हरी घास एवं गरीबों को खाना खिलाया जाएगा।
अंतिम क्षणों में भारी खरीदारी
अंतिम क्षणों में खरीदारी का अच्छा माहौल जमा। उत्तरायण की पूर्व संध्या पर शनिवार को पतंगों की जबर्दस्त खरीदारी हुई। जैसे-जैसे शाम ढलती गई, खरीदारों का तांता लगना शुरू हो गया। अनेक स्थलों पर चक्काजाम के दृश्य देखने को मिले। दिल्ली दरवाजा, कालूपुर,
रायपुर दरवाजा, जमालपुर, इसनपुर आदि बाजारों में शनिवार रात तक पतंगें खरीदीं। कई लोग अंतिम क्षणों में डोर रंगवाते दिखे, तो कइयों ने तैयार फिरकी खरीदना ही मुनासिब समझा। पतंग और डोर के साथ एसेसरीज भी जम कर बिकी। खासकर आंखों को धूप से बचाने के लिए रंगीन चश्मे, उंगलियों को डोर से बचाने के लिए सेलोटेप, गोंदपट्टी, पोंगे आदि की भी जम कर खरीदारी हुई। तरह-तरह के मुखौटे भी लोगों ने खरीदे।
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दोपहर १.४७ बजे पुण्यकाल का प्रारंभ
प्रभासपाटण. बारह ज्योतिर्लिंगों में प्रथम सोमनाथ महादेव
मंदिर के सान्निध्य में रविवार को मकरसंक्रांति मनाई जाएगी, जिनका पुण्यकाल रविवार दोपहर १ बजकर ४६ मिनट २० सैकेंड से सूर्यास्त तक रहेगा। यहां अनेक
सूर्य मंदिर हैं। सोमनाथ ट्रस्ट की ओर से सुबह महापूजन, ८ बजे सूर्य पूजा, .८३० बजे गोपूजन व शाम को ४.३० बजे श्री सोमनाथ महादेव की विशेष महापूजन किया जाएगा।
पतंग महोत्सव आज
सोमनाथ महादेव के सान्निध्य में सोमनाथ चोपाटी में समुद्र के किनारे पर रविवार को पतंग महोत्सव मनाया जाएगा, जहां पतंग, डोर, लड्डू आदि प्रसाद के रूप में वितरित किए जाएंगे।