ऐसे चलेगा विधानसभा सत्र सत्र के प्रारंभ में गुजरात विधानसभा के 18 दिवंगत पूर्व मंत्रियों और सदस्यों का शोक प्रस्ताव पेश किए जाएंगे। सरकारी कामकाज होंगे, जिसमें मुख्यत: चार सरकारी विधेयक पेश किए जाएंगे। साथ ही मेडिकल कॉलेजों में एनआरआई के लिए प्रवेश को लेकर गुजरात प्रोफेशनल मेडिकल एज्युकेशन कॉलेजीस एंड इंस्टीट्यूसन्स से संबंधित संशोधित विधेयक पेश किया जाएगा। साथ गुड्ज एंड सर्विस टैक्स काउंसिल की सिफारिशों पर मौजूदा कानून में संशोधन करने वाले विधेयक पेश किया जाएगा।
इसके अलावा अनुदानित कॉलेजों को निजी यूनिवर्सिटी की मान्यता (एफीलीएशन) से हटाने के लिए निजी विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक भी पेश किया जाएगा। साथ ही पार्टनरशिप एक्ट में संशोधित करने वाला रजिस्ट्रेशन को लेकर ऑनलाइन आवेदन का प्रावधान करनेवाला विधेयक भी पेश होगा। सत्र के कामकाज के अंतिम दिन प्रस्ताव पेश किए जाएंगे। देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इस संदर्भ में भी सत्र में सरकारी संकल्प पेश किया जाएगा।
आक्रामक होगा मानसून सत्र यह सत्र आक्रामक होने के आसार हैं। सत्र में कांग्रेस कोविड-19, किसानों को मुआवजा एवं अतिवृष्टि से प्रभावितों एवं घरेलू सामान का मुआवजा देने समेत कई मुद्दों पर घेरेगी। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी ने यह सत्र बढ़ाने की मांग की है। धानाणी ने कहा कि सिर्फ दो दिनों का संक्षिप्त विधानसभा सत्र है। यह सत्र बढ़ाया जाना चाहिए। भाजपा सरकार के समानांतर अर्थात शेडो मिनिस्ट्री का गठन किया जाएगा। जनता के मुद्दों को आक्रामकता से उठाए जाएंगे।