Gujarat congress: सौराष्ट्र के विधायक पहुंचे मोरबी, आमजन से मिले
गांधीनगर. गुजरात कांग्रेस के विधायकों ने अब रिसोर्ट में बाड़ाबंदी तक सीमित न रहकर उनको घेरने की रणनीति बनाई है जिन विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दिया। जहां शनिवार को सौराष्ट्र के 18 विधायकों ने राजकोट के नील रिसोर्ट से निकलकर मोरबी में एक पार्टी प्लॉट में कार्यकर्ताओं और आमजन के साथ बैठक की। उन्होंने मोरबी से कांग्रेस पार्टी से विधायक रहे ब्रजेश मेरजा के खिलाफ आवाज बुलंद करने और पार्टी से द्रोह करने वालों को सबक सिखाने पर जोर दिया।
सौराष्ट्र में कांग्रेस के 18 विधायक गुजरात विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष परेश धानाणी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिया की निगरानी में मोरबी पहुंचे थे। इस मौके पर धनाणी ने कहा कि कांग्रेस ने लोकतंत्र को बचाने के लिए लोकशाही बचाओ यात्रा शुरू की है। ऐसे लोगों को सबक सिखाने के लिए यह कार्यक्रम शुरू किया है, जिन्होंने पार्टी और जनता से द्रोह किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2004 से भाजपा सत्ता के मद में जनता के अधिकारों को कुचलने की कोशिश कर रही है। वहीं जन प्रतिनिधियों को दबाने, लालच देने समेत हरतरह के पैंतरे आजमा रही है।
इससे पूर्व गुजरात कांग्रेस सभी विधायकों को राजस्थान ले जाने की रणनीति बनाई थी, लेकिन कई विधायकों ने यह इच्छा जताई थी, कि भागने के बजाय उन लोगों को सबक सिखाया जाए जिन्होंने पार्टी और जनता से द्रोह किया है। इसके चलते ही सौराष्ट्र के 18 विधायकों ने दो दिन पूर्व गढडा, धारी, खांभा समेत अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में जाकर जनता और कार्यकर्ताओं से संपर्क करना शुरू किया है।
दक्षिण गुजरात ने भी बदली रणनीति
जहां पहले दक्षिण गुजरात के 10 विधायक वलसाड के एक फार्म हाउस में पिछले कई दिनों से थे। उन्होंने भी सौराष्ट्र के विधायकों की रणनीति अपनाते हुए कपराडा विधानसभा में कांग्रेस से विधायक रह चुके जीतू चौधरी के खिलाफ बिगूल फूंका। उन्होंने हताश कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया है और ऐसे लोगों को सबक सिखाने पर जोर दिया जिन्होंने पार्टी से द्रोह किया।
रिसोर्ट में हैं कई विधायक
मौजूदा समय में जहां मध्य गुजरात के विधायक आठ से ज्यादा विधायक आणंद की रिसोर्ट में है। वहीं उत्तर गुजरात के 17-18 विधायक अभी भी राजस्थान में माउंट आबू के निकट रिसोर्ट में है। फिलहाल राजस्थान की सीमा सील होने से वे विधायक वहां फंसे हुए है। वहीं अहमदाबाद के इमरान खेड़ावाला, ग्यासुद्दीन शेख और हिम्मतसिंह पटेल अपने क्षेत्रों में हैं।