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Gujrat government : राज्य में जहां जरूरी होगा वहां सिग्नल स्कूल खोलेगी राज्य सरकार

locationअहमदाबादPublished: Jun 25, 2022 09:36:02 pm

Submitted by:

Pushpendra Rajput

Gujrat government, signal school, children, chief minister, entrance: मुख्यमंत्री पटेल ने सिग्नल स्कूल में बच्चों को कराया प्रवेश

Gujrat government : राज्य में जहां जरूरी होगा वहां सिग्नल स्कूल खोलेगी राज्य सरकार

Gujrat government : राज्य में जहां जरूरी होगा वहां सिग्नल स्कूल खोलेगी राज्य सरकार

गांधीनगर. मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि ट्रैफिक सिग्नल पर भिक्षावृत्ति करने वाले वंचित-दरिद्र बच्चों के लिए ‘भिक्षा नहीं शिक्षाÓ का दृष्टिकोण अपनाया जाएगा ताकि एक भी बच्चा शिक्षा से वंचित नहीं रहे ऐसा आयोजन किया जाएगा। राज्य में जहां भी जरूरी होगी वहां सिग्नल स्कूल राज्य सरकार प्रारंभ करेगी। हर तबके के व्यक्ति की संतान भी शिक्षा की मुख्यधारा में जुड़े ऐसा राज्य सरकार प्रयास किया है।
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल एवं गुजरात हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति अरविंद कुमार की उपस्थिति में अहमदाबाद में पंडित दीनदयाल ऑडिटोरियम में गुजरात सिग्नल स्कूल में बच्चों का स्कूल प्रवेशोत्सव मनाया गया।
गुजरात राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण एवं अहमदाबाद महानगरपालिका तथा म्युनिसिपल स्कूल बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में हाल ही में प्रारंभ की गई सिग्नल स्कूल में 139 बच्चों को प्राथमिक स्कूलों में प्रवेश दिया गया। सिग्नल स्कूल के प्रतिनिधि के तौर पर10 बच्चों को शैक्षणिक किट प्रदान की गई। साथ ही दो बच्चों को स्कूल प्रवेशपत्र दिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चाररास्ता सिग्नल पर भिक्षा मांगने बच्चे ही नहीं बल्कि घुमंतू जाति एवं अगारिया के बच्चों तक भी शिक्षा मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार ने आयोजन किया है। अगारिया क्षेत्रों में करीब 40 स्कूल ऑन व्हील्स एवं घुमंतू जाति के बच्चों के लिए कॉलोनियों में स्कूल और हॉस्टेल की सुविधा भी है।
गुजरात हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अरविंद कुमार ने मुख्यमंत्री पटेल से राज्य में जहां जरूरी हो वहां ‘भिक्षा नहीं शिक्षाÓ को चरितार्थ करने वाले सिग्नल स्कूल प्रारंभ करने का भी अनुरोध किया। मुख्य न्यायाधीश ने शिक्षक और गुरू के बीच अंतर बताते कहा कि शिक्षक बच्चों के लिए सिर्फ इंस्ट्रक्टर नहीं बल्कि उनके जीवन एवं व्यक्तित्व का कंस्ट्रक्टर बनें। उन्होंने एक कहानी के जरिए प्रत्येक शिक्षक को माता और गुरू के समान बनने की प्रेरणा दी।
इस मौके पर अहमदाबाद के महापौर किरीट परमार, महानगरपालिका आयुक्त लोचन सेहरा, उप महापौर गीता पटेल, गुजरात राज्य कानूनी सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव आर. ए. त्रिवेदी समेत गणमान्य मौजूद थे।

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