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अनशन के चौथे दिन एक किलो घटा हार्दिक का वजन

locationअहमदाबादPublished: Aug 28, 2018 11:43:42 pm

पूर्व केन्द्रीय मंत्री व एनसीपी नेता प्रफुल पटेल मिले, राजस्थान से गुर्जर आंदोलन नेता हिम्मत सिंह, म.प्र.से भी बड़ी संख्या में पहुंचे किसान, हिरासत में लिए गए

Hardik Patel

अनशन के चौथे दिन एक किलो घटा हार्दिक का वजन

अहमदाबाद. पाटीदारों को आरक्षण और गुजरात के किसानों की संपूर्ण कर्जमाफी की मांग को लेकर २५ अगस्त से अनशन पर बैठे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के चार दिनों से अनशन करने से मंगलवार तक एक किलो वजन घट गया। सोला सिविल अस्पताल के चिकित्सकों की टीम की ओर से की गई स्वास्थ्य जांच में उनके वजन में एक किलो की गिरावट की बात सामने आई।
टीम ने हार्दिक को फल एवं जूस लेने की सलाह दी है नहीं तो किडनी पर असर पडऩे की बात कही है। हार्दिक पटेल को हॉस्पिटल में भर्ती होने की भी सलाह दी गई। विस्तृत जांच के लिए यूरिन व ब्लड के सैंपल भी लिए गए। पी.के.सोलकी की अगुवाई वाली टीम ने की जांच में हार्दिक का ब्लड सुगर ९९, पल्स-78, ब्लड प्रेशर 120/८४ रहा और वजन ७४ किलो चार सौ ग्राम।
पास प्रवक्ता निखिल सवानी ने बताया कि हार्दिक पटेल का वजन पहले ७५ किलो ७०० ग्राम था। अब वह ७४ किलो चार सौ ग्राम जितना रह गया है। एक किलो से ज्यादा वजन घटा है।
चौथे दिन एनसीपी नेता व पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रफुल पटेल ने, राजस्थान गुर्जर आंदोलन के नेता हिम्मत सिंह गुर्जर ने व मध्यप्रदेश से आए किसानों के नेता विजय पाटीदार ने हार्दिक पटेल से मुलाकात हार्दिक के अनशन व उनकी मांगों का समर्थन किया।
म.प्र. से करीब ३० वाहनों में आए किसान व पाटीदारों को गुजरात पुलिस ने हार्दिक से मिलने जाने से पहले ही अहमदाबाद के वैष्णोदेवी सर्कल के समीप रोक लिया। उन्हें हिरासत में ले लिया और सिर्फ २० लोगों के प्रतिनिधि मंडल को ही अंदर मिलने जाने की इजाजत दी। इसके चलते पुलिस और म.प्र.के किसानों व पाटीदारों के बीच बहस भी हुई।
सरकार का व्यवहार गलत: प्रफुल पटेल
मंगलवार को पूर्व केन्द्रीय मंत्री व एनसीपी नेता प्रफुल पटेल ने हार्दिक पटेल ने कहा कि हार्दिक के किसानों व सर्वसमाज के हित के लिए किए जा रहे अनशन को एनसीपी की ओर से समर्थन देने पहुंचा हूं। दुखद बात है कि जनप्रतिनिधि होने के बावजूद भी हार्दिक से मिलने आने से उन्हें गुजरात पुलिस की ओर से रोका गया। सरकार जिस प्रकार से हार्दिक व आंदोलनकारियों के साथ व्यवहार किया जा रहा है वह गलत है। लोकतंत्र के विरुद्ध है। हर व्यक्ति को अनशन पर बैठने, प्रदर्शन करने का अधिकार संविधान ने दिया है। उसके बावजूद भी गुजरात सरकार की ओर से मनमानी की जा रही है।
मांग नहीं स्वीकारी तो देशभर में आंदोलन: हिम्मत सिंह
हार्दिक पटेल से मिलने पहुंचे राजस्थान के गुर्जर आंदोलन के हिम्मत सिंह गुर्जर ने कहा कि हार्दिक पटेल की आरक्षण और किसानों की कर्ज माफी की मांग का वह समर्थन करते हैं। गुजरात सरकार की ओर से हार्दिक की मांग नहीं मानी गईं तो हार्दिक की अगुवाई में देशभर में आंदोलन किया जाएगा। उसमें राजस्थान के गुर्जर भी जुड़ेंगे।
म.प्र. में पाटीदार ओबीसी तो गुजरात में क्यों नहीं? विजय पाटीदार
म.प्र. से ३० वाहनों में पाटीदार व किसानों के साथ हार्दिक से मिलने पहुंचे विजय पाटीदार ने कहा कि मध्यप्रदेश में पाटीदारों को ओबीसी में आरक्षण का लाभ मिल रहा है, तो गुजरात में क्यों नहीं मिल सकता? उन्होंने म.प्र. के किसानों का हार्दिक पटेल को समर्थन होने का दावा करते हुए कहा कि गुजरात पुलिस म.प्र.से आए किसानों को हार्दिक से मिलने से भी रोक रही है।
राज्य मानवाधिकार आयोग को लिखा पत्र
हार्दिक पटेल की ओर से गुजरात राज्य मानवाधिकार आयोग को भी पत्र लिखा गया गया। इसमें उन्होंने संविधान में मिले शांतिपूर्वक तरीके से विरोध प्रदर्शन करने, अनशन करने के अधिकार का उल्लेख करते हुए और लिखित में मंजूरी मांगने के बावजूद भी अहमदाबाद व गांधीनगर कलक्टर की ओर से मंजूरी नहीं दिए जाने की बात लिखी है।
रक्षाबंधन के दिन उन्हें राखी बांधने आने वाली पाटीदार समाज कीबहनों को रोके जाने, उनके समर्थन में आए पाटीदारों के नाश्ते के लिए किराणे को भी रोकने का आरोप लगाया है। उनसे मिलने आने वाले समर्थकों को रोका जा रहा होने का आरोप लगाते हुए मानव अधिकारों का हनन होने की बात कही है और योग्य कदम उठाने की मांग की है।
Praful patel
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