धारा 370, राम मंदिर का जिक्र कर पार्टी पर बरसे हार्दिक के मुताबिक अयोध्या में प्रभु श्री राम का मुद्दा हो, सीएए-एनआरसी या फिर जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाने या फिर जीएसटी लागू करने का निर्णय हो, देश लंबे समय से इसका समाधान चाहता था। कांग्रेस इन सभी मुद्दों पर सिर्फ बाधा बनने का काम करती रही। कांग्रेस को लगभग देश के हर राज्य की जनता ने रिजेक्ट इसलिए किया है क्योंकि कांग्रेस और पार्टी का नेतृत्व जनता के समक्ष एक आधारभूत रोडमैप पेश नहीं कर सके।
नेतृत्व का ध्यान मुद्दों से ज्यादा मोबाइल पर उन्होंने अपने त्यागपत्र में लिखा कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व में किसी भी मुद्दे के प्रति गंभीरता की कमी एक बड़ा मुद्दा है। वे जब भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मिले तो लगा कि नेतृत्व का ध्यान लोगों और पार्टी की समस्याओं को सुनने से ज्यादा अपने मोबाइल और बाकी चीजों पर है।