हालाांकि हार्दिक ने जो बातें कहीं उससे यह बात इंगित होती है कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने राम मंदिर, सीआरआर, ज्ञानव्यापी मस्जिद जैसे कुछ मुद्दे पर भाजपा सरकार का समर्थन किया। हार्दिक ने कहा कि सरकार में रहने वाले लोग अच्छा काम कर रहे हैं तो वे इसका समर्थन क्यों नहीं करें।
हर समस्या के बारे में राहुल-प्रियंका को बताया उन्होंने गुजरात कांग्रेस से जुड़े हर मुद्दे पर पार्टी के नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से बात की। उन्होंने गुजरात की समस्या के बारे में बताया था। लेकिन उनकी उपेक्षा की गई। उन्हें कांग्रेस छोडऩे का दु:ख नहीं है, बल्कि यह फैसला उन्होंने हिम्मत के साथ किया है।
हार्दिक के मुताबिक दाहोद में राहुल गांधी ने गुजरात के विधायकों से बातचीत की। साढ़े चार वर्षों में पहली बार राहुल विधायकों से मिले। जब देश में सिर्फ दो राज्यों में कांग्रेस की सत्ता है तो जहां पर कांग्रेस विपक्ष में हैं वहां के विधायकों से वे क्यों नहीं मिलते।
चिंतन नहीं चिंता करने की जरूरत उन्होंने उदयपुर चिंतन शिविर पर भी फिकरा कसते हुए कहा कि कांग्रेस को अब ङ्क्षचतन शिविर नहीं बल्कि चिंता करने की जरूरत है।