उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने भेजा संदेश
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी हार्दिक पटेल की मांगों और उनके अनशन का समर्थन करते हुए कहा कि उन्हें जल का त्याग नहीं करना चाहिए जल गृहण करना चाहिए क्योंकि लड़ाई लडऩे के लिए जीवन का रहना बहुत जरूरी है। जनता के मुद्दों पर जनता को जीत दिलाने के लिए जीवन का रहना जरूरी है।
नितीश कुमार आज आएंगे!
हार्दिक से मिलने को बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार आएंगे। वह दो सितंबर रविवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचेंगे वहां से सर्किट हाऊस और फिर वहां से करीब साढ़े 11 बजे हार्दिक से मिलने उनके आवास पहुंचेंगे। करीब एक घंटे रुकेंगे।
हार्दिक से मिलने को बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार आएंगे। वह दो सितंबर रविवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचेंगे वहां से सर्किट हाऊस और फिर वहां से करीब साढ़े 11 बजे हार्दिक से मिलने उनके आवास पहुंचेंगे। करीब एक घंटे रुकेंगे।
लालजी ने भी दिया समर्थन
हार्दिक को युवा पाटीदारों की एक प्रमुख संस्था सरदार पटेल ग्रुप (एसपीजी) के लालजी पटेल का भी अब समर्थन मिला है। लालजी पटेल ने दोपहर को हार्दिक से मुलाकात की। कहा कि सरकार ने यदि पाटीदारों को नजरअंदाज किया तो २०१९ में उसके परिणाम भुगतने होंगे।
हार्दिक को युवा पाटीदारों की एक प्रमुख संस्था सरदार पटेल ग्रुप (एसपीजी) के लालजी पटेल का भी अब समर्थन मिला है। लालजी पटेल ने दोपहर को हार्दिक से मुलाकात की। कहा कि सरकार ने यदि पाटीदारों को नजरअंदाज किया तो २०१९ में उसके परिणाम भुगतने होंगे।
पाटीदारों की तीनों ही संस्थाओं के सदस्य भी पहुंचे
पाटीदार समाज की तीनों ही प्रमुख संस्थाओं सिद्सर के जयराम पटेल, खोडलधाम कागवड दिनेश चोवटिया, दिनेश कुंभाणी और उमियाधाम उंझा के प्रमुख प्रहलाद पटेल, सचिव दिलीप पटेल ने भी शनिवार दोपहर को आठवें दिन हार्दिक पटेल से मुलाकात की। जयराम ने कहा कि आंदोलन शुरू होने के बाद से ही वह मध्यस्थी की भूमिका निभा रहे हैं। इस आंदोलन का समय ही समाधान है। तीनों ही संस्थाएं सरकार से बातचीत करेंगे।
पाटीदार समाज की तीनों ही प्रमुख संस्थाओं सिद्सर के जयराम पटेल, खोडलधाम कागवड दिनेश चोवटिया, दिनेश कुंभाणी और उमियाधाम उंझा के प्रमुख प्रहलाद पटेल, सचिव दिलीप पटेल ने भी शनिवार दोपहर को आठवें दिन हार्दिक पटेल से मुलाकात की। जयराम ने कहा कि आंदोलन शुरू होने के बाद से ही वह मध्यस्थी की भूमिका निभा रहे हैं। इस आंदोलन का समय ही समाधान है। तीनों ही संस्थाएं सरकार से बातचीत करेंगे।