किडनी फैल होने बड़ा फैक्टर
अहमदाबाद शहर के जाने माने किडनी रोग विशेषज्ञ (नेफ्रोलॉजिस्ट) डॉ. पकंज शाह का मानना है कि हाईपरटेंशन किडनी फैल होने का बड़ा कारण है। किडनी के सौ मरीजों में से 40 फीसदी से अधिक को ब्लड प्रेशर पाया गया है। हालांकि उनका कहना है कुछ सावधानियां बरती जाएं तो इस ब्लड प्रेशर की समस्या से निजात पाई जा सकती है।
अहमदाबाद शहर के जाने माने किडनी रोग विशेषज्ञ (नेफ्रोलॉजिस्ट) डॉ. पकंज शाह का मानना है कि हाईपरटेंशन किडनी फैल होने का बड़ा कारण है। किडनी के सौ मरीजों में से 40 फीसदी से अधिक को ब्लड प्रेशर पाया गया है। हालांकि उनका कहना है कुछ सावधानियां बरती जाएं तो इस ब्लड प्रेशर की समस्या से निजात पाई जा सकती है।
ब्लड प्रेशर के साथ डायबिटीस का होना घातक
इंडियन सोसायटी ऑफ ऑर्गन ट्रान्सप्लान्टेशन (आईएसओटी) के सचिव एवं नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. विवेक कुटे के अनुसार ब्लड प्रेशर के साथ डायबिटीस का होना घातक है। विश्व में किडनी फैलियर मरीजों में से 50 फीसदी का कारण ब्लड प्रेशर है। जो बड़ी समस्या है। उनका कहना है कि किडनी मरीजों में से डायलिसिस कराने वालों में यह समस्या ज्यादा पाई जाती है। वे मानते हैं कि हाईपरटेंशन की समस्या एंड एस्टेज किडनी फैलियर मरीजों में ज्यादा हो जाती है।
इंडियन सोसायटी ऑफ ऑर्गन ट्रान्सप्लान्टेशन (आईएसओटी) के सचिव एवं नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ. विवेक कुटे के अनुसार ब्लड प्रेशर के साथ डायबिटीस का होना घातक है। विश्व में किडनी फैलियर मरीजों में से 50 फीसदी का कारण ब्लड प्रेशर है। जो बड़ी समस्या है। उनका कहना है कि किडनी मरीजों में से डायलिसिस कराने वालों में यह समस्या ज्यादा पाई जाती है। वे मानते हैं कि हाईपरटेंशन की समस्या एंड एस्टेज किडनी फैलियर मरीजों में ज्यादा हो जाती है।
40 के बाद नियमित जांच करना जरूरी
ब्लड प्रेशर वैश्विक समस्या है। इसकी वजह से न सिर्फ गंभीर रोग होते हैं बल्कि अनेक लोगों की मौत हो जाती है। स्ट्रोक, ब्रेन हेमरेज जैसे समस्याओं का एक बड़ा कारण भी ब्लड प्रेशर है। विश्व में हर वर्ष ब्रेन स्ट्रोक के नए 15 मिलियन रोगी बढ़ जाते हैं। हर 30 सेकण्ड में ब्रेन स्ट्रोक का एक मरीज सामने आता है। इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए 40 की उम्र के बाद नियमित जांच जरूरी है। इसके अलावा योग, व्यायाम आदि को जीवनशैली में शामिल करना चाहिए। ब्लड प्रेशर की पुष्टि होने पर चिकित्सकों का परामर्श लेना जरूरी है। उन्होंने बताया कि इस एक समस्या का असर शरीर के कई महत्वपूर्ण अंगों पर हो सकता है।
डॉ हेली एस. शाह, न्यूरोलोजिस्ट अहमदाबाद
खर्राटे आना भी हो सकती ब्लड प्रेशर की समस्या
सोते समय खर्राटे आने के कारण भी ब्लड प्रेशर बढऩे की आशंका रहती है। सांस में अवरोध होने के कारण ब्लड प्रेशर बढऩे की आशंका होती है। ऐसे मरीजों में ब्लड प्रेशर की शिकायत ज्यादा रहती भी है। दिल के दौरे के मरीजों में से 25 से 35 फीसदी को ब्लड प्रेशर की समस्या पाई गई है। ब्लड प्रेशर के कारण हार्ट अटैक होने की भी आशंका बढ़ जाती है। कभी-कभी हार्ट अटैक की जांच करने के दौरान मरीजों में ब्लड प्रेशर की पहचान हुई है। इसे छुपा हुआ रोग भी है।
खर्राटे आना भी हो सकती ब्लड प्रेशर की समस्या
सोते समय खर्राटे आने के कारण भी ब्लड प्रेशर बढऩे की आशंका रहती है। सांस में अवरोध होने के कारण ब्लड प्रेशर बढऩे की आशंका होती है। ऐसे मरीजों में ब्लड प्रेशर की शिकायत ज्यादा रहती भी है। दिल के दौरे के मरीजों में से 25 से 35 फीसदी को ब्लड प्रेशर की समस्या पाई गई है। ब्लड प्रेशर के कारण हार्ट अटैक होने की भी आशंका बढ़ जाती है। कभी-कभी हार्ट अटैक की जांच करने के दौरान मरीजों में ब्लड प्रेशर की पहचान हुई है। इसे छुपा हुआ रोग भी है।
डॉ. कमल शर्मा, हृदय विशेषज्ञ यूएन मेहता हॉस्पिटल अहमदाबाद
गुजरात में कोरोना के 33 नए मरीज अहमदाबाद. गुजरात में सोमवार को कोरोना के नए 33 मरीजों की पुष्टि हुई है।
24 घंटे में सामने आए मरीजों में सबसे अधिक 26 अहमदाबाद जिले (शहर के 25) के हैं। इसके अलावा गांधीनगर और वडोदरा में तीन-तीन और सूरत में एक मरीज की पहचान हुई है। राज्य में अब कुल 1224734 मामले हो गए हैं। सोमवार को 25 लोग कोरोना से मुक्त होने पर उन्हें डिस्चार्ज किया गया है। कुल एक्टिव 222 मरीजों में से दो वेंटिलेटर पर हैं जबकि 220 की हालत स्थिर बताई गई है। रिकवरी रेट 99.09 फीसदी है।
गुजरात में कोरोना के 33 नए मरीज अहमदाबाद. गुजरात में सोमवार को कोरोना के नए 33 मरीजों की पुष्टि हुई है।
24 घंटे में सामने आए मरीजों में सबसे अधिक 26 अहमदाबाद जिले (शहर के 25) के हैं। इसके अलावा गांधीनगर और वडोदरा में तीन-तीन और सूरत में एक मरीज की पहचान हुई है। राज्य में अब कुल 1224734 मामले हो गए हैं। सोमवार को 25 लोग कोरोना से मुक्त होने पर उन्हें डिस्चार्ज किया गया है। कुल एक्टिव 222 मरीजों में से दो वेंटिलेटर पर हैं जबकि 220 की हालत स्थिर बताई गई है। रिकवरी रेट 99.09 फीसदी है।