शहर क्राइम ब्रांच जेसीपी जे.के.भट्ट व सेक्टर-1 जेसीपी पीयुष पटेल ने बताया कि शहर में इस साल क्लबों,पार्टी प्लॉटों में ५८ कॉमर्शियल गरबों को मंजूरी दी गई है। शहरवासी बिना किसी भय के मुक्त माहौल में नवरात्र के त्योहार का लुत्फ उठा सकें इसके लिए शहर पुलिस के सभी दस हजार कर्मचारी, अधिकारी, क्राइम ब्रांच, एसओजी कर्मचारी अलर्ट रहेंगे। विशेष कैमरों से नजर रखेंगे। कोई संदिग्ध गतिविधि नजर आने पर या आतंकी हमले की स्थिति में उससे निपटने के लिए तैयार रहेंगे।
बुधवार को इन गरबा आयोजकों के साथ सुरक्षा को लेकर शहर पुलिस मुख्यालय में ट्रैफिक के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त सुधीर देसाई की उपस्थिति में हुई बैठक में आयोजकों को प्रवेशद्वार, निकासीद्वार, पार्किंग स्थल पर उच्च गुणवत्तावाले नाइट विजन के पीटीजेड सीसीटीवी कैमरे लगाने, हैन्ड व डोर मेटल डिटेक्टर के अलावा पर्याप्त संख्या में निजी सिक्योरिटी गार्ड (महिला सहित) की तैनाती को अनिवार्य किया गया है।
इसके अलावा शहर की सोसायटियों, शेरियों, मोहल्लों में होने वाले गरबों के आयोजन की मंजूरी थाना स्तर से दी गई है। बीते वर्ष २०१६ में ५५ जबकि वर्ष २०१५ में ६६ बड़े कॉमर्शियल गरबों को मंजूरी दी गई थी।
२५०० नए एलआरडी,
३०० अतिरिक्त जवान संभालेंगे कमान
हाल ही में भर्ती हुए ढाई हजार एलआरडी जवानों को भी नवरात्र की सुरक्षा में लगाया जाएगा। इसके अलावा ट्रैफिक व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए अतिरिक्त तीन सौ जवान शहर पुलिस को सौंपे जाएंगे।
सरखेज हाईवे पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक रहेगी। इस वर्ष भी राज्य सरकार की ओर से गुजरात यूनिवर्सिटी (जीएमडीसी) मैदान पर आयोजित हो रहे नवरात्रि-201७ गरबे पर नेत्र, ५० से अधिक सीसीटीवी कैमरों के जरिए नजर रखी जाएगी। सुरक्षा में एक हजार के करीब सुरक्षाकर्मी तैनात रहेंगे।
रात 12 बजे बाद गरबा नहीं, एक से अधिक हों प्रवेश द्वार
सभी बड़े कॉमर्शियल गरबा आयोजकों को व अन्य सभी को रात 12 बजे के बाद गरबा चालू रखने, लाउड स्पीकर, ढोल बजाया पर रोक रहेगी। गरबा आयोजन के स्थल पर प्रवेश के लिए लंबी लाइन लगती है, जिससे लोगों को काफी देर तक द्वार पर ही खड़े रहना पड़ता है। जिससे ट्रैफिक भी होता है। इस स्थिति से निपटने के लिए आयोजकों को सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए एक से ज्यादा दो या तीन भी प्रवेश द्वार बनाकर प्रवेश देने के निर्देश दिए हैं। आयोजन शुरू होने से पहले पूरे गरबा स्थल की अच्छे से जांच करनी होगी। सीसीटीवी कैमरे चालू हैं या नहीं यह सुनिश्चि करना होगा। गरबा स्थल, खानपान स्टॉल, पार्किंग स्थल में भी कोई लावारिश वस्तु है या नहीं उसकी जांच करनी होगी।