जूनागढ़ का विलिंगडन डैम हुआ ओवरफ्लो
बुधवार सुबह 6 से 8 के दौरान मांगरोल में पौने इंच बारिश हुई। मालिया हाटीना में आधा इंच, मेंदरडा में 10 मिमी, केशोद में 3 मिमी बारिश हुई। गिरनार पर्वत के ऊपर सीढिय़ों आदि से बड़े झरने बहने लगे। जूनागढ़ में नवाबों के समय के विलिंगडन डैम ओवरफ्लो हो गया। इसके अलावा सोनरख न दी कालवो पुल भी दोनों किनारों से बहने लगा। नदी के बहाव के कारण शहर में जगह-जगह पानी जमा हो गया। वंथली के थाणा पीपली गांव में दो घंटे में 7 इंच बारिश हुई। इससे निचले क्षेत्र में कमर तक पानी जमा हो गया। इससे घरों से बाहर निकलने पर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा शापुर में भी एक घंटे में 3 इंच बारिश हुई। जूनागढ़ का दामोदरकुंड दूसरी बार दोनों किनारे से बहने लगा। जूनागढ़ शहर के बीचोबीच नरसिंह सरोवर में नया पानी आने लगा है। जूनागढ़ में बुधवार शाम 4 बजे तक पिछले 30 घंटे में 4 इंच बारिश हुई। गिरनार में इस अवधि में 7 इंच बारिश हुई। अमरेली जिले के बाबरा शहर में लंबे समय बाद बारिश हुई। तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों में दो इंच बारिश हुई। तहसील के चमारडी गांव में दो इंच बारिश के बाद ठेबी नदी में पानी का तेज बहाव आ गया। चमारडी चरखा सड़क थोड़ी देर के लिए बंद करनी पड़ी। शहर की कालुभार नदी में पानी के तेज प्रवाह को देखने लोगों की भीड़ उमड़ गई। राजकोट जिले के आटकोट जसदण के आसपास के क्षेत्रों में भी जमकर बारिश हुई। खारी लीडकडी चेकडैम के ओवरफ्लो होने से लोगों में खुशी दौड़ गई। जल संग्रहण क्षेत्र में बारिश होने से खारी लीडकडी में नया पानी आना शुरू हो गया।
बुधवार सुबह 6 से 8 के दौरान मांगरोल में पौने इंच बारिश हुई। मालिया हाटीना में आधा इंच, मेंदरडा में 10 मिमी, केशोद में 3 मिमी बारिश हुई। गिरनार पर्वत के ऊपर सीढिय़ों आदि से बड़े झरने बहने लगे। जूनागढ़ में नवाबों के समय के विलिंगडन डैम ओवरफ्लो हो गया। इसके अलावा सोनरख न दी कालवो पुल भी दोनों किनारों से बहने लगा। नदी के बहाव के कारण शहर में जगह-जगह पानी जमा हो गया। वंथली के थाणा पीपली गांव में दो घंटे में 7 इंच बारिश हुई। इससे निचले क्षेत्र में कमर तक पानी जमा हो गया। इससे घरों से बाहर निकलने पर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा शापुर में भी एक घंटे में 3 इंच बारिश हुई। जूनागढ़ का दामोदरकुंड दूसरी बार दोनों किनारे से बहने लगा। जूनागढ़ शहर के बीचोबीच नरसिंह सरोवर में नया पानी आने लगा है। जूनागढ़ में बुधवार शाम 4 बजे तक पिछले 30 घंटे में 4 इंच बारिश हुई। गिरनार में इस अवधि में 7 इंच बारिश हुई। अमरेली जिले के बाबरा शहर में लंबे समय बाद बारिश हुई। तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों में दो इंच बारिश हुई। तहसील के चमारडी गांव में दो इंच बारिश के बाद ठेबी नदी में पानी का तेज बहाव आ गया। चमारडी चरखा सड़क थोड़ी देर के लिए बंद करनी पड़ी। शहर की कालुभार नदी में पानी के तेज प्रवाह को देखने लोगों की भीड़ उमड़ गई। राजकोट जिले के आटकोट जसदण के आसपास के क्षेत्रों में भी जमकर बारिश हुई। खारी लीडकडी चेकडैम के ओवरफ्लो होने से लोगों में खुशी दौड़ गई। जल संग्रहण क्षेत्र में बारिश होने से खारी लीडकडी में नया पानी आना शुरू हो गया।
ग्रामीण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण कोडिनार-वेरावल राजमार्ग पर पेढावाडा पर सोमत नदी में पानी के तेज बहाव के कारण वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। यहां वाहनों को डायवर्जन देना पड़ा। यहां पुराना पुल तोड़ दिया गया और नए पुल का काम हो रहा है। इससे सोमत नदी के तेज बहाव के कारण डायवर्जन भी डूब गया है। दोनों ओर से वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है। पैदल यात्री खतरे पर खेल कर पुल पार करने को विवश हैं। मौसम में अब तक 341 मिलीमीटर (14 इंच) बारिश दर्ज की गई। वहीं कोडिनार शहर में बुधवार को लगातार दूसरे दिन बादलों ने जमकर पानी बरसाया। करीब 10 इंच बारिश होने से गर्मी से राहत मिली।
सौराष्ट्र के अधिकांश जिलों में हुई बारिश
राजकोट. राजकोट समेेत समस्त सौराष्ट्र में मानसून जबरदस्त दस्तक दे चुका है। बुधवार सुबह तक पिछले 24 घंटे के दरम्यान गिर सोमनाथ, जूनागढ़, राजकोट, पोरबंदर, मोरबी, भावनगर समेत जिलों में एक से 10 इंच तक बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार पोरबंदर के राणावाव में 4, कुतियाणा में पोने चार इंच, पोरबंदर शहर में सवा दो इंच, जूनागढ़ के मांगरोल में 5 इंच, जूनागढ़ शहर में 4, मेंदरडा में 3, वंथली में ढाई और गिर सोमनाथ के वेरावल में दो इंच बारिश हुई। इसके अलावा राजकोट शहर में 3, कोटडा सांगाणी में 2, पडधरी में डेढ, विंछिया में एक, भावनगर के महुवा में 2 और भावनगर शहर में दो इंच बारिश हुई।
एनडीआरएफ की टीम भावनगर में भेजी
राजकोट. सौराष्ट्र-कच्छ समेत समग्र राज्य में आगामी पांच दिनों में भारी बारिश की संभावना को देखते हुए आपदा प्रबंधन ने भावनगर में एनडीआरएफ की एक टीम भेजी है। अब तक राज्य के कई क्षेत्रों में एनडीआरएफ की टीम भेजी जा चुकी है। भावनगर में भी बारिश से संभावित आपदा को देखते हुए टीम को स्टैंडबाइ रखा गया है। बुधवार को सुबह आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में भावनगर शहर में पौने दो इंच बारिश हुई। इसके अलावा महुवा में दो इंच, तलाजा में आधा इंच बारिश होने की खबर है। जिले की अन्य तहसीलों में भी हल्की बूंदाबांदी की सूचना मिली है। बुधवार सुबह से शहर में घनघोर बादल छा गए। थोड़ी देर बाद ही हल्की फुहारें शुरू हो गई।
सूत्रापाडा के गांव पानी से तरबतर
सूत्रापाडा में फिलहाल तेज बारिश का दौर जारी है। मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक हुई बारिश में चारों ओर पानी-पानी हो गया। एक ही दिन में गांव पानी से तरबतर हो गए। कई गांवों में घुटने तक पानी भरने से आवाजाही प्रभावित हो गई। सूत्रापाडा के प्रश्नावडा गांव में भी घुटने तक पानी भरा है। गिर सोमनाथ में भारी बारिश का सर्वाधिक असर समुद्र किनारे स्थित गांवों को हुआ है। कई गांवों में पानी भर गया। लोगों को घरों से बाहर निकालना मुश्किल हो गया। बच्चों को स्कूल जानेे में कठिनाई हुई तो अभिभावकों को भी कार्यालय और दुकान जाने में भारी जद्दोजहद करनी पड़ी। कोडिनार के मालश्रम गांव में भी चारों ओर पानी जमा हो गया। यहां नदी जैसे हालत हो गए।
देवभूमि द्वारका: रावल व सूर्यावदर बंद
जामनगर. देवभूमि द्वारका जिले में मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। भाणवड, खंभालिया तहसील में मूसलाधार बारिश के कारण सड़क, खेतों में पानी भर गया। कई क्षेत्रों में पेड़ गिर गए। बिजली के खंभे गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित हुई। घी डैम का जलस्तर 10 से बढ़कर 11 फीट हो गया। कल्याणपुर तहसील के भाटिया क्षेत्र में केसरिया तालाब मेें बारिश का पानी पहुंचा और एक दीवार धराशायी हो गई। खेतों में पानी भर गया। सानी नदी में बारिश का पानी बढऩे से रावल-सूर्यावदर के बीच सड़क मार्ग पर पर पानी भरने से मार्ग बंद हो गया। कालावड-बारा मार्ग पर पुल पर पानी भरने से लोगों को रस्से की मदद से पुल पार करना पड़ा।
सूत्रापाडा में फिलहाल तेज बारिश का दौर जारी है। मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक हुई बारिश में चारों ओर पानी-पानी हो गया। एक ही दिन में गांव पानी से तरबतर हो गए। कई गांवों में घुटने तक पानी भरने से आवाजाही प्रभावित हो गई। सूत्रापाडा के प्रश्नावडा गांव में भी घुटने तक पानी भरा है। गिर सोमनाथ में भारी बारिश का सर्वाधिक असर समुद्र किनारे स्थित गांवों को हुआ है। कई गांवों में पानी भर गया। लोगों को घरों से बाहर निकालना मुश्किल हो गया। बच्चों को स्कूल जानेे में कठिनाई हुई तो अभिभावकों को भी कार्यालय और दुकान जाने में भारी जद्दोजहद करनी पड़ी। कोडिनार के मालश्रम गांव में भी चारों ओर पानी जमा हो गया। यहां नदी जैसे हालत हो गए।
देवभूमि द्वारका: रावल व सूर्यावदर बंद
जामनगर. देवभूमि द्वारका जिले में मूसलाधार बारिश का दौर जारी है। भाणवड, खंभालिया तहसील में मूसलाधार बारिश के कारण सड़क, खेतों में पानी भर गया। कई क्षेत्रों में पेड़ गिर गए। बिजली के खंभे गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित हुई। घी डैम का जलस्तर 10 से बढ़कर 11 फीट हो गया। कल्याणपुर तहसील के भाटिया क्षेत्र में केसरिया तालाब मेें बारिश का पानी पहुंचा और एक दीवार धराशायी हो गई। खेतों में पानी भर गया। सानी नदी में बारिश का पानी बढऩे से रावल-सूर्यावदर के बीच सड़क मार्ग पर पर पानी भरने से मार्ग बंद हो गया। कालावड-बारा मार्ग पर पुल पर पानी भरने से लोगों को रस्से की मदद से पुल पार करना पड़ा।