Ahmedabad News : यहां पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ
अहमदाबादPublished: Feb 23, 2020 12:28:03 am
राजकोट के प्रद्युमन नगर पार्क-जू में घुसे तेंदुए को पकड़ा
Ahmedabad News : यहां पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ
राजकोट. राजकोट महानगर पालिका (आरएमसी) के अधीन शहर में सौराष्ट्र के विख्यात प्रद्युमन नगर पार्क-जू में एक सप्ताह पहले प्रवेश कर हिरण का शिकार करने वाले तेंदुए को शुक्रवार देर रात को पकड़ लिया गया। आरएमसी के आयुक्त उदित अग्रवाल व जू के अधीक्षक डॉ. आर.के. हीरपरा ने इस संबंध में शनिवार को अधिकारिक तौर पर जानकारी दी। फिलहाल तेंदुए को वन विभाग के हवाले किया गया है।
सूत्रों के अनुसार राजकोट मार्केट यार्ड के पीछे स्थित प्रद्युमन नगर पार्क-जू में पिछले रविवार की रात को एक तेंदुए ने प्रवेश किया। उसी रात को अंधेरे में उसने एक हिरण का शिकार किया। इस कारण वन्य जीवों में अफरा-तफरी मच गई। वन विभाग व आरएमसी की टीमों ने रात को ही जू में पहुंचकर हिरणों के क्षेत्र में व आस-पास के क्षेत्रों में पिंजरे रखवाए। तेंदुए के प्रवेश के चलते पिछले सोमवार व मंगलवार को जू में लोगों का प्रवेश आरएमसी की ओर से बंद कर दिया गया।
इसके बावजूद पिंजरे के आस-पास व जू के अन्य क्षेत्रों में तेंदुए की हलचल के कोई संकेत नहीं दिखे, किसी भी जगह पर पंजे के निशान भी नहीं दिखे। पिछले रविवार की रात को पंजे के निशान दिखने के कारण डॉ. हीरपरा ने कहा था कि पंजे के निशान तेंदुए के थे। हालांकि जू के स्टॉफकर्मियों ने तेंदुए को नहीं देखने की बात कही थी। हिरण के क्षेत्र के आस-पास व अन्य क्षेत्रों में तेंदुए की हलचल नहीं दिखाई देने पर लोगों के लिए आरएमसी प्रशासन ने बुधवार से जू खोल दिया और नागरिक जू में जाने लगे। जू को शाम को निर्धारित समय से पहले ही बंद कर दिया जाने लगा।
इस बीच, आरएमसी की ओर से तेंदुए की खोजबीन का काम जारी रखा गया। पिछली 16 फरवरी के बाद कुल 8 स्थानों पर पिंजरे रखे गए। शुक्रवार रात को दो गार्डों ने पक्षी विभाग के आस-पास तेंदुए की हलचल देखी। इस कारण पक्षी विभाग में शुक्रवार रात को दो पिंजरे रखे गए। शिकार के लालच में इनमें से एक पिंजरे में तेंदुआ फंस गया। जानकारी मिलने पर वन विभाग, जू के अधिकारी शनिवार सवेरे मौके पर पहुंचे।
डॉ. हीरपरा के अनुसार संभावना है कि तेंदुआ छह दिनों तक जू में ही छुपा रहा। किसी कारणवश तेंदुआ कोई हलचल नहीं करता था। हिरण का शिकार करने के बाद जू के किसी कौने में तेंदुआ छुपा हुआ था। उनके अनुसार नर तेंदुए की उम्र करीब 5-6 वर्ष है। उन्होंने कहा कि जू में डामर की सड़क, पेवर ब्लॉक के कारण तेंदुए के पंजे की निशान किसी स्थान पर नहीं मिल सके, लेकिन अंतत: तेंदुआ पिंजरे में कैद होने के बाद संबंधित विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों ने राहत की सांस ली है।