इन सबके बीच छत से रस्सों के जरिए और आग बुझाने वाले पाइप के जरिए लोगों को बांधकर नीचे उतारने में दिक्कत आई, क्योंकि कई जगहों पर खिड़कियों पर शेड बना दिए थे। जिससे पहले प्लास्टिक के उन शेड़ को तोड़ा गया और फिर लोगों को नीचे उतारा गया।
सूरत जैसी घटना नहीं बने इसलिए नेट भी बिछा दिए गए थे। लोगों को तत्काल मदद पहुंचाई गई और भरोसा दिलाया। इसलिए कोई नीचे नहीं कूदा और सभी को सुरक्षित नीचे उतार लिया गया।