संस्थान ने इसे दुबई में शुरू करने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्त सेवा क्षेत्र से जुड़ी बी.आर.एस वेंचर्स के साथ सोमवार को दुबई में हो रही वल्र्ड गवर्मेंट समिटि-२०१८ में समझौते पर हस्ताक्षर भी किए हैं। इस केन्द्र में एक्सीक्यूटिव एजूकेशन प्रोग्राम से शिक्षा की शुरूआत की जाएगी। जो इस क्षेत्र के लिए काफी अहम है। इसमें ओपन लर्निंग के साथ कस्टमाइज्य प्रशिक्षण प्रोग्राम भी होंगे। इसके बाद धीरे-धीरे अन्य पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
आईआईएमए की ओर से अकादमिक एवं विशेषज्ञों की उपलब्धता व प्रशिक्षण कराया जाएगा। जबकि बीआरएस वेंचर्स की ओर से केन्द्र के कामकाज के लिए जरूरी ढांचागत सुविधाओं, उद्यमों से जुड़ाव और लॉजिस्टिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगीं।
आईआईएम-ए की शुरूआत छह दशक पहले हुई थी। इसे हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के सहयोग से स्थापित किय गया था। यहां भी पहले एक्जीक्यूटिव एजूकेशन प्रोग्राम से हुई थी। आईआईएम-ए के निदेशक प्रो.एरोल डिसूजा ने बताया कि पूर्व छात्रों के माध्यम से वैश्विक उपस्थित रखने वाले आईआईएम-ए के लिए अहमदाबाद (देश) के बाहर केन्द्र के रूप में उपस्थिति दर्ज कराना काफी महत्वपूर्ण है।
यूएई मध्य एशिया एवं उत्तरी अफ्रीका का प्रवेश द्वार कहा जाता है, ऐसे में वहां पर दुबई में पहला एक्सटेंसन सेंटर शुरू होना और भी महत्वपूर्ण है। यूएई के माहौल को बेहतर तरीके से समझने वाली कंपनी बीआरएस वेंचर के साथ समझौता करते हुए इसकी शुरूआत की जा रही है, जिससे वहां केन्द्र को बेहतर तरीके से स्थापित करने में सफलता मिलेगी।