अमरीका, जर्मनी, नेपाल के तीन विदेशी छात्रों ने भी लिया प्रवेश
दिलचस्प बात यह है कि वर्तमान बैच में महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, पश्चिम बंगाल सहित 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के विद्यार्थियों ने प्रवेश लिया। इसके साथ अमेरिका, जर्मनी और नेपाल के भी एक-एक विदेशी छात्रों ने दाखिला लिया है। 36 फीसदी विद्यार्थियों को विदेश में पढ़ाई करने या फिर कार्य करने का अनुभव है। इस बैच की औसत आयु 30 साल 11 महीने और औसत कार्य अनुभव 7.6 साल है। साथ ही औसत जीमैट स्कोर 697 और जीआरई स्कोर 324 है। आईआईएमए के निदेशक प्रो. भरत भास्कर ने कहा कि आज उद्योग को ऐसे बिजनेस लीडरों की जरूरत है, जिनमें किताबी ज्ञान से इतर व्यावसायिक जगत की वास्तविक एवं व्यावहारिक चुनौतियों अच्छे से समझने और उन्हें निपटाने की क्षमता हो। यह कोर्स को ऐसे ही लीडरों के लिए तैयार किया गया है।
पीजीपीएक्स कोर्स के अध्यक्ष प्रो.अमित करना ने बताया कि यह अपने सरीखे कोर्स में विश्व में नंबर वन रैकिंग पर है। इसमें अकादमिक के साथ, उद्योगों की प्रासंगिकता और भावी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों को शिक्षित किया जाता है।