इस मौके पर पीडीपीयू के कैमिकल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष डॉ. स्वप्निल धारास्कर ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते कहा कि यह वर्कशॉप युवाओं को उनके कौशल को प्रोत्साहित करना रहा। उन्होंने नए एम. टेक प्रोग्राम (M.Tech programme)जैसे कि युवाओं के लिए इस प्रोग्राम में ऊर्जा और पर्यावरण प्रबंधन (Environment management) व उसके फायदे पर भी प्रकाश डाला। भारत के अलावा विदेश में ऊर्जा और पर्यावरण क्षेत्र में छात्रों को रोजगार के बेहतर अवसर हैं।
पीडीपीयू के प्रोफेसर तेजिन्दरपाल सिंह ने उद्घाटन भाषण किया। सीनियर मेन्टोर डॉ. अनुराग गुप्ता ने उद्घाटन भाषण किया और केमिकल इंजीनियरिंग के हेड ऑफ डिपार्टमेन्ट डॉ. स्वप्निल धारास्कर एवं डॉ. आशीष उनडकट ने भी केमिकल इंजीनियरिंग के अवसरों पर अपने विचार व्यक्त किए। डॉ. अनुराग गुप्ता ने ‘कार्बन डाइऑक्साइड- बेहतर मॉड्यूल्सÓ और मिकेनिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेन्ट के एसोसिएटस प्रोफेसर डॉ. रमेश गुडुरू ने ’21 शताब्दी में नेनौ साइंस एवं नेनो टेक्नोलॉजी के अवसर और चुनौतियोंÓ पर प्रकाश डाला। केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रवीण कोडगरे ने ‘बायोफ्युअल- वर्तमान परिप्रेक्ष्य, अवसर और चुनौतियोंÓ के मुद्दों को समझाया।
पीडीपीयू के प्रोफेसर तेजिन्दरपाल सिंह ने उद्घाटन भाषण किया। सीनियर मेन्टोर डॉ. अनुराग गुप्ता ने उद्घाटन भाषण किया और केमिकल इंजीनियरिंग के हेड ऑफ डिपार्टमेन्ट डॉ. स्वप्निल धारास्कर एवं डॉ. आशीष उनडकट ने भी केमिकल इंजीनियरिंग के अवसरों पर अपने विचार व्यक्त किए। डॉ. अनुराग गुप्ता ने ‘कार्बन डाइऑक्साइड- बेहतर मॉड्यूल्सÓ और मिकेनिकल इंजीनियरिंग डिपार्टमेन्ट के एसोसिएटस प्रोफेसर डॉ. रमेश गुडुरू ने ’21 शताब्दी में नेनौ साइंस एवं नेनो टेक्नोलॉजी के अवसर और चुनौतियोंÓ पर प्रकाश डाला। केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रवीण कोडगरे ने ‘बायोफ्युअल- वर्तमान परिप्रेक्ष्य, अवसर और चुनौतियोंÓ के मुद्दों को समझाया।