अहमदाबाद

बीच समुद्र में डूबती बोट पर सवार 7 को बचाया

भारतीय तटरक्षक को जोरदार बचाव अभियान

अहमदाबादFeb 07, 2018 / 11:48 pm

Uday Kumar Patel

अहमदाबाद. भारतीय तटरक्षक (कोस्ट गार्ड) ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए बीच समुद्र से डूबती बोट पर सवार 7 जनों को बचा लिया।
अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (आईएमबीएल) के पास गश्त लगा रहे भारतीय कोस्ट गार्ड जहाज (आईसीजीएस) मीराबेन को बुधवार सुबह सूचना मिली कि मछली पकडऩे वाली भारतीय नाव में पूरी तरह पानी भर गया है। इस नाव में सात जने सवार थे।
जखौ स्थित भारतीय तटरक्षक क्षेत्र (उत्तर पश्चिम) के इंटरसेप्टर बोट (आईबी) आईसीजीएस सी-408 खराब स्थिति के बावजूद घटना स्थल के लिए रवाना हुआ। आईसीजीएस सी-408 ने पाया कि नाव लगभग डूब गई है, हालांकि बोट के चालक दल के 7 सदस्यों को बचा लिया गया। इन सभी को सुरक्षित रूप से जखौ बंदरगाह लाया गया। इनमें जीवा वीरा (40), संजय किशन (23), मोहन (38), कात्या (35), जेठ्या (60), रमण (54), धवल (19) शामिल हैं।
वेरावल में पंजीकृत यह बोट दोपहर साढ़े बारह बजे मीठापुर लाइट से 38 नॉटिकल मील दूर पर लगभग डूब चुकी थी। भारतीय तटरक्षक के एयरक्राफ्ट ने भी इस अभियान पर पूरी तरह नजर रखी।
वाहनों में हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट का मुद्दा हाईकोर्ट पहुंचा


अहमदाबाद. वाहनों में हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट (एचएसएनपी) का मुद्दा गुजरात उच्च न्यायालय पहुंचा है। वाहनों में एचएसएनपी लगाने का काम डीलरों को दिया गया है। ये डीलर एचएसएनपी के साथ छेड़छाड़ कर रहे हैं। इन डीलरों की ओर से मनमाफिक दाम वसूला जा रहा है। इस मामले की सुनवाई 12 फरवरी को होगी।
याचिका के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत राज्य सरकार ने सभी वाहनों में एचएसएनपी लगाने का परिपत्र जारी किया है। एचएसएनपी लगाने का काम एक एजेंसी को दिया गया। एक एजेंसी के पास काम का भार होने के कारण प्रत्येक वाहनों में एचएसएनपी लगाने में देरी की शिकायत मिली। इस कारण यह काम निजी डीलरों को सौंप दिया गया। याचिका में यह कहा गया कि यह काम डीलरों को दिए जाने से एचएसएनपी से छेड़छाड़ की बातें सामने आई हैं। इसके अलावा इनके पास अच्छी गुणवत्ता वाली एचएसएनपी नहीं होती हैं। इतना ही नहीं एचएसएनपी के लिए राज्य सरकार ने जो दाम तय किए हैं, डीलर उससे ज्यादा दाम वसूलते हैं।

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